अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अवधेश सिंह ने बताया कि 9 मार्च को दोनों का विवाह संपन्न कराया जा रहा था। कानपुर के बर्रा के रहने वाले परिजन ने अपनी बेटी का विवाह उरई के रहने वाले विनोद पुरवार के बेटे शोभित पुरवार उर्फ आशीष से तय किया था। विवाह के लिए लड़की पक्ष उरई स्थित विवाह घर में आया था। लड़की वालों का कहना है कि इससे पहले उनलोगों ने 7 लाख रुपए दहेज के तौर पर लिया था। जयमाल सम्पन्न होने के बाद जब लड़के और लड़की फेरे ले रहे थे, इसी दौरान पांच फेरे होने के बाद दूल्हे ने कार की डिमांड कर दी। इसको लेकर लड़की वालों ने मना कर दिया तो लड़के ने सेहरा फेंक दिया। साथ ही विवाह न करने की धमकी दी। इससे दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई।