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टिकट लेने पहुंचे यात्री से स्टेशन अधीक्षक ने की अभद्रता, यात्री ने ट्वीट कर उच्चाधिकारियों को कराया अवगत

locationजालौनPublished: Sep 25, 2018 12:20:24 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

केंद्र की मोदी सरकार और रेलमंत्री भले ही रेलवे की व्यवस्था में सुधार लाने की बात कर रहे हो लेकिन इस विभाग का हाल और बुरा होता जा रहा है।

indian railway yatri big problem by station master

टिकट लेने पहुंचे यात्री से स्टेशन अधीक्षक ने की अभद्रता, यात्री ने ट्वीट कर उच्चाधिकारियों को कराया अवगत

जालौन. केंद्र की मोदी सरकार और रेलमंत्री भले ही रेलवे की व्यवस्था में सुधार लाने की बात कर रहे हो लेकिन इस विभाग का हाल और बुरा होता जा रहा है। रेलवे के ही अधिकारी इस सरकार की छवि धूमिल करने में लगे है। ताजा मामला एट स्टेशन का है जहां स्टेेेशन अधीक्षक ने एक यात्री से अभद्रता ही नहीं बल्कि उसे टिकट न देकर उसकी ट्रेन को छुड़वा दिया। जिससे यात्री को कठिनाई भरा सफर करना पड़ा। इस अभद्रता की शिकायत यात्री ने उच्चाधिकारियों से की है।

यह है पूरा मामला

बता दें कि उरई के रहने वाली विनय गुप्ता 23 सितंबर को अपनी पत्नी और 10 वर्ष के बेटे को लेकर ग्वालियर बेटे के इलाज के लिए बरौनी ग्वालियर मेल से जा रहा था। जब वह उरई स्टेशन पहुंचे तब तक ट्रेन का सिग्निल हो चुका था। जिस कारण उन्हें मेन गेट के सामने जनरल डिब्बे में बिना टिकट चढऩा पड़ा, चूंकि उसे आज ही बेटे को ग्वालियर में डाक्टर से समय लेने के कारण दिखाना था। इस कारण दूसरी ट्रेन का इंतजार करना सम्भव नहीं था। जनरल क्लास में होने के कारण किसी टिकट जांच कर्मचारी से टिकट बनवाने के लिए सम्पर्क नहीं हो सका जबकि रेल मंत्री ने नए नियमों में यदि यात्री किन्ही कारणवश टिकट नहीं बनवा पाता है तो उसको टीसी या किसी भी स्टेशन से टिकट प्राप्त करने का अधिकार दिया है।

स्टेशन अधीक्षक ने टिकट नहीं दिया

ट्रेन जब एट जंक्शन पहुंची तो यात्री ने टिकट लेने के लिए बुकिंग खिडक़ी पर पहुंचा तो वहां पर मौजूद स्टेशन अधीक्षक ने टिकट नहीं दिया और यात्री से अभद्रता करने लगे लेकिन इसके बाबजूद यात्री विनय ने निवेदन किया और समस्या बताई की उन्हें अपने बेटे का इलाज कराने जाना और यह अंतिम ट्रेन है इसके बाद भी स्टेेेशन अधीक्षक ने विंडो में जो पर्दा था उसे डाल दिया जबकि उस समय लगभग 5.20 पर एक ट्रेन झांसी से आने के कारण क्रॉसिंग में अधिक देर रुकी रही। इस कारण कुछ देर बाद उक्त यात्री ने फिर से केबिन में मौजूद उक्त अधिकारी जो नेम प्लेट भी नहीं लगाए थे। उनसे बात करनी चाही तो उन्होंने अत्यंत अभद्रता करते हुए यात्री को भगा दिया।

अभद्र व्यवहार से यात्री को बहुत पीड़ा हुई

स्टेशन मास्टर पृथ्वीराज सिंह है के इस बर्ताव और अभद्र व्यवहार से यात्री को बहुत पीड़ा हुई साथ ही टिकट न मिलने के कारण उसे अपने परिवार को ट्रेन से उतारना पड़ा और बस से ग्वालियर जाना पड़ा। जिसके चलते वह समय से डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाया। पीडि़ेत यात्री ने रेलवे के आलाधिकारियों से इस बात की शिकायत की और ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

आलाधिकारियों को भी ट्वीट करके मामले से अवगत कराया

इसके साथ ही पीडि़ंत यात्री ने स्टेशन अधीक्षक के इस वर्ताव की रेल मंत्री सहित रेलवे के आलाधिकारियों को भी ट्वीट करके मामले से अवगत करा दिया। इस मामले को लेकर सीनियर डीसीएम झांसी मंडल झांसी विपिन कुमार ने बताया कि उक्त कर्मचारी के खिलाफ जांच करवाई जाएगी और अगर जांच में उसे दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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