हिन्दूधर्म में देवठानी एकादशी के बाद से सहालग शुरू हो जाती है। माना जाता है कि इस दिन तुलसी और शालिग्राम का विवाह संपन्न होने से शुभ महूर्त शुरू हो जाता है और उस बार शादियों का शुभ महूर्त 20 नवंबर से शुरू हो रहा है और इस दिन से शादी के बैंड बाजे और बारात शुरू हो जायेगी।
इस शुभ महूर्त के बारे ज्योतिषाचार्य पंडित रामनरेश व्यास ने बताया कि इस बार नवंबर और दिसम्बर माह में सिर्फ 8 दिन ही शुभ महूर्त है जिस दिन ये शादियां सम्पन्न होगी। ज्योतिषाचार्य व्यास ने बताया कि 20 नवंबर से सहालग की शुरुआत है। जिसके बाद 23 नवंबर, 28 नवंबर, 29 नवंबर को शादियां सम्पन्न होगी। जिसमें नवंबर माह में 23 और 29 नवंबर विवाह के लिये शुभ दिन है। जबकि नवंबर की 20 और 28 विवाह के लिये सामान्य दिन है।
उन्होंने बताया कि दिसम्बर माह की 3 तारीख विवाह के लिये सबसे शुभ दिन माना गया है। इस दिन सर्वाधिक विवाह संपन्न होंगे। जबकि 4 दिसम्बर, 8 दिसम्बर और 10 दिसम्बर भी शुभ दिन है इस दिन भी विवाह संपन्न होंगे।
उन्होंने बताया कि 10 दिसम्बर के बाद से 3 फरवरी तक कोई भी महूर्त शादी विवाह का नहीं है। ज्योतिषाचार्य रामनरेश व्यास ने बताया कि 10 दिसम्बर से शुक्र अस्त हो रहा है, इसलिए कोई लग्न नहीं बन रही है और इस बार जनवरी माह में कोई भी शादी सम्पन्न नहीं होगी।
जीएसटी ने बढ़ाया शादी का खर्च शादियों का सीजन आ रहा है, लोगों ने घर में होने वाली शादियों की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। लेकिन जीएसटी लागू होने के बाद शादी करना अब पहले से महंगा हो गया है। जानकारों की माने तो जीएसटी के चलते शादी का खर्चा 20 फीसदी तक बढ़ा है। लखनऊ टेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार के मुताबिक शादी के लिए टेंट, कैटरर्स को बुक करना एंव गहने अौर कपड़े खरीदने पर अब पहले से अधिक जेब ढीली करनी होगी। टेंट पर पहले पांच फीसदी वैट था अौर बड़े कारोबारियों को सर्विस टैक्स चुकाना पड़ता था। अब टेंट पर सीधे 18 फीसदी जीएसटी लगेगी। इससे एक लाख रुपए के टेंट किराए पर 13 हजार रुपए अधिक चुकाने होंगे। विकास अपने छोटे बेटे की शादी की तैयारी में जुटे हुए है। लेकिन शादी की दावत उन्हे 18 फीसदी महंगी पड़ रही है क्योंकि अब जीएसटी के जरिए, शादी के शगुन में सरकार भी अपना हिस्सा ले रही है।
जीएसटी इफेक्ट कुछ ऐसा है कि अब आपको शादी के लिए टेंट से लेकर हलवाई तक की बुकिंग के लिए जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। पहले टेंट कारोबारियों कम्पोज़ीशन स्कीम का फायदा मिलाता था लेकिन जीएसटी के बाद अब ऐसा नहीं है। तो अगर आपके घर में भी कोई शादी या समारोह आने वाला है तो अब ज्यादा खर्चा करने के लिए तैयार हो जाइये।