उक्त प्रकरण में प्रथमदृष्टया प्रतीत होता है यह मामला प्रेम प्रसंग का है । मृतका नीरज चार बहनें हैं जिसमें तीन बड़ी बहन किरण, सुमन एवं आरती का विवाह हो गया है। माता मुन्नी देवी की मृत्यु के बाद से नीरज ही अपने घर का कामकाज संभालती थी। घर पर पिता लालाराम से मिलने जुलने वालों का आना जाना भी था। घर की जिम्मेदारी संभालने की साथ साथ वह अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही थी । बीए प्रथम वर्ष की छात्रा जिसकी वर्तमान में परीक्षा चल रही है लेकिन दिनांक 11 अप्रैल को वह जिस विषय का पेपर देने की बात कहकर घर से निकली थी वह झूठ बोली थी क्योंकि 11 अप्रैल को शाम 3:00 बजे से संस्कृत साहित्य द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा थी वह भी निरस्त हो गई थी। नीरज के विषय में हिंदी साहित्य, हिंदी भाषा, भूगोल, गृह विज्ञान, पर्यावरण एवं मानवाधिकार थे। 11 अप्रैल को नीरज की परीक्षा नहीं थी इससे अनुमान लगाया जाता है की नीरज किन्ही षड्यंत्रकारियों के प्रेम प्रसंग मैं फंसकर बलात्कार के बाद हत्या का शिकार हुई है क्योंकि जहां पर नीरज का शव मिला है वहां घुटनों तक पानी था। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।