जालौन के बीहड़ इलाके के रामपुरा कस्बे में पहुंचे प्रदेश के पूर्व डीजी होमगार्ड ने कहा कि इस इलाके के शिक्षकों ने अपना लोहा मनवाया है। उन्होने अपनी पुरानी यादे ताजा करते हुये कहा कि जालौन का यह इलाका दस्यु प्रभावित था और यहाँ पर डाकुओं के कारण कोई भी शिक्षक आने से कतराता था और जब वह यहाँ एसपी के रूप में आये थे तो कई शिक्षकों ने इस समस्या के बारे में अवगत कराया था। लेकिन फिर भी कुछ शिक्षकों ने इस इलाके में शिक्षा की अलख जगाने का काम किया था और इस इलाके को शिक्षित करने का काम किया ऐसे शिक्षकों को वह सम्मानित करके आज गौरान्वित महसूस कर रहे है। पूर्व डीजी होमगार्ड सूर्यकुमार शुक्ला ने कहा कि उनका जालौन से बेहद लगाव था इसीलिये वह यहां पर आये थे। पूर्व डीजी होमगार्ड द्वारा मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र के सवाल पर उन्होने कहा कि पत्र और पत्राचार पर लोगों को ध्यान नहीं देना चाहिये बल्कि सार्थक चर्चा होनी चाहिये और समाज में योगदान की बात करनी चाहिये साथ ही शिक्षा के स्तर में सुधार की आवश्यकता है। वही राममन्दिर निर्माण की शपथ के सवाल पर पूंछा कि क्या अब रिटायर्ड़ होने के बाद राम मंदिर निर्माण के लिये अलख जगायेगे। जिस पर उन्होने कहा कि यह न्यायालय में मामला और न्यायालय ने यह भी कहा था कि आम सहमति बन जाये तो अच्छी बात है उन्होने कहा कि सभी धर्मों और जाति की एकता पर ही समाज बनाता है और जिससे विवाद हो उस पर नहीं चलना चाहिये।
शिक्षक दिवस के अवसर पर बीहड़ इलाके के रामपुरा कस्बे में आज यह सम्मान समारोह नगर पंचायत रामपुरा द्वारा कराया था जिसमें 60 शिक्षक सम्मानित किये गये है। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार के.पी सिंह के साथ नगर पंचायत अध्यक्ष रामपुरा शैलेंद्र सिंह और विजय द्विवेदी मौजूद रहे।