यह है पूरा मामला
पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए जालौन के एसपी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि 12/13 की रात को जोल्हूपुर मोड़ पर अज्ञात लुटेरों ने भोगनीपुर से ईंटा लादकर आ रहे ट्रक चालक और क्लीनर को बांधकर फेंक दिया था और ट्रक लेकर भाग गए थे। इसकी रिपोर्ट ट्रक चालक और क्लीनर ने कालपी कोतवाली में दर्ज कराई गई।
इस घटना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र नाथ तिवारी के नेतृत्व में टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई थी और इस प्रकरण के खुलासे के लिए सर्विलांश टीम की भी मदद ली गई और सर्विलांस टीम की मदद से कालपी और स्वाट टीम ने 3 लुटेरों को कानपुर देहात के अकबरपुर की मजार से समीर उर्फ़ राजू सुमित उर्फ़ मोतीलाल और सतेन्द्र पाल सिंह उर्फ़ कल्लू को पकड़ा। जिनके पास से एक स्विफ्ट कार भी बरामद हुई। इसके साथ ही उसमें तमंचा और कारतूस भी रखे थे। जब तीनों से पूंछतांछ की गई तो उन्होंने लूट की घटना को कबूल करते हुए अपने दो साथी शिवनाथ और रणजीत के बारे में बताया। जिन्हें भी पुलिस ने पकड़ लिया और लूटा गया ट्रक भी बरामद कर लिया।
ट्रक चालक व हेल्पर को बंधक बनाकर फेंक दिया
जालौन के एसपी अमरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि समीर आयर उसके चारों साथियों ने योजना बनाई थी और जिसमें रंजीत और शिवनाथ को ट्रक में सवारी बनाकर बैठा दिया था और वह लगातार संपर्क में रहे और ट्रक चालक व उसके हेल्पर को बंधक बनाकर फेंक दिया। इसके साथ ही रास्ते में ट्रक की ईंट भी बिकवा दी और बाद में एक व्यक्ति से सम्पर्क कर ट्रक को बिकवा देने का इन्तेजाम करा दिया। एसपी ने बताया कि ट्रक को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में बिकना था लेकिन कागज़ पूरे न होने पर बेच नहीं सके।
एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज
एसपी ने बताया कि इस मामले में समीर उर्फ़ राजू निवासी इलाहाबाद, सुमित उर्फ़ मोतीलाल निवासी कानपुर देहात, सतेन्द्र पाल सिंह उर्फ़ कल्लू निवासी हाथरस, विक्की प्रसाद निवासी सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल और हारून निवासी जौनपुर को पकड़ा गया है। जिनके खिलाफ 1 दर्जन से अधिक मामले पूरे प्रदेश में दर्ज हैं।