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किसान के बेटे ने यूपी पीसीएस 2018 परीक्षा में हासिल की चौथी रैंक, भावुक होकर मां ने कहा खुश हूं सफलता पर

locationजालौनPublished: Sep 12, 2020 12:14:10 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। इसमें कई छात्रों ने टॉप किया जिसमें जालौन के विपिन शिवहरे का नाम भी शामिल है।

किसान के बेटे ने यूपी पीसीएस 2018 परीक्षा में हासिल की चौथी रैंक, भावुक होकर मां ने कहा खुश हूं सफलता पर

किसान के बेटे ने यूपी पीसीएस 2018 परीक्षा में हासिल की चौथी रैंक, भावुक होकर मां ने कहा खुश हूं सफलता पर

जालौन. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। इसमें कई छात्रों ने टॉप किया जिसमें जालौन के विपिन शिवहरे का नाम भी शामिल है। विपिन ने इस परीक्षा में पूरे उत्तर प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया है। विपिन शिवहरे जालौन के एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पीसीएस 2018 के घोषित परिणाम में टॉप फाइव में चौथा स्थान पाकर जनपद का नाम रोशन ही नहीं किया बल्कि अपने माता-पिता की तपस्या सार्थक कर दी। उनकी इस उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। बता दें कि आज पदों की भर्ती के मामले में हाल के वर्ष में उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की सबसे बड़ी परीक्षा से प्रदेश को 988 अधिकारी मिलेंगे। इस बार की परीक्षा में शीर्ष तीन स्थान पर जगह पाने वाले उत्तर प्रदेश के बाहर के हैं।
किसान के बेटे ने यूपी पीसीएस 2018 परीक्षा में हासिल की चौथी रैंक, भावुक होकर मां ने कहा खुश हूं सफलता पर
मजदूरी करते हैं विपिन के पिता

विपिन शिवहरे के पिता चेतराम शिवहरे मजदूरी का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि वो पहले दूध बेचने का कार्य करते थे और जब दूध बेचने कस्बा ऐट में जाते थे तो विपिन को भी साइकिल पर बैठकर स्कूल ले जाते थे। विपिन की प्रारंभिक शिक्षा जालौन के कस्बा ऐट के शिशुमन्दिर विद्यालय में हुई है। वर्तमान में उनकी 20 बीघा जमीन है जिस पर वो खेती करते हैं। जब उनके पुत्र के चयनित होने की खबर मिली तब मीडिया उनके घर पहुंची तो वे खेत पर काम करते हुए मिले।
पढ़ाई में हमेशा से होशियार

विपिन की मां कुसुमा देवी भावविभोर होते हुए बताया कि उनके बेटे की हमेशा से पढ़ाई लिखाई में रुचि रही है। वह कभी जी ङर कर खेलता भी नहीं था। जब कभी घर में रिश्तेदार आते थे तो वह कुछ समय निकालकर औपचारिक मुलाकात करके अपने रूम में जाकर पढ़ाई में लग जाता था, आज उस की सफलता पर बहुत खुश हूं।
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