भीनमाल. शहर में बरसाती नालों की बेशकीमती जमीन पर भूमाफियों की नजर लगी हुई है। नाले की जमीन पर लोग अतिक्रमण कर पक्के निर्माण कर रहे हंै। अतिक्रमण की वजह से नाले संकरे हो गए है। स्थिति यह है कि शहर के गायत्री
मंदिर रोड केदारनाड़ी से जाकोब तालाब तक बरसाती पानी के नाला अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। सरकारी रेकर्ड में तो यह नाला 20 फीट का है, लेकिन मौके पर 5 फीट में ही सिमट गया है। कई जगह पर तो यह नाला 2-3 फीट में ही बना हुआ है। हैरानी की बात तो यह है कि प्रभावशाली लोगों के खातिर पालिका की ओर से करवाया जा रहा पक्के नाले का निर्माण
कार्य भी बार-बार बदला जा रहा है। नाला अतिक्रमण की भेंट चढ़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार उदासीनता बने हुए हैं।
मालामाल हो रहे अतिक्रमीनाले की जमीन पर लोगों ने जगह-जगह भूखण्ड बनाकर पक्के निर्माण कर दिए, इतना नहीं कई लोगों ने तो यहां पट्टे भी बनवा दिए। यह नाला शहर के बीचों-बीच से गुजरता है। ऐसे में गायत्री मंदिर के आस-पास जमीनों के करोड़ों के दाम है। लोग इकरारनामे के जरिए भी भूखण्डों को आगे से आगे बेच कर मालामाल हो रहे है।
गंदे पानी से बेहाल हो रहे है लोगनाले के निर्माण के लिए पानी की निकासी को अवरुद्ध कर दिया है। ऐसे में गंदा पानी दुकानों के पास खुली जगह पर फैल रहा है। ऐसे में दुकानदार व लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। गंदगी के चलते लोगों के दिन का आराम व रात की नींद ***** हो रखी है। गंदा पानी जमा होने से कॉलोनी में मच्छरों की भरमार हो गई है। मच्छरों के चलते लोगों को मलेरिया व डेंगू जैसे रोगों की आशंका सताती है।
नहीं होती बरसाती पानी की निकासीनाले पर अतिक्रमण होने से भारी बारिश में पानी की निकासी नहीं हो पाती है। ऐसे में सड़के ताल-तलैया बनी रहती है। गायत्री मंदिर मुख्य रोड पर चार-फीट तक पानी का बहाव होता है। ऐसे में इस रोड पर आवागमन बंद हो जाता है। गौरतलब है कि 2015 व 2017 में भारी बरसात के दौरान शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो जाती है।
चौड़ाई बढ़ाएंगे…केदारनाड़ी से जाकोब तालाब तक पक्के नाले का निर्माण हो रहा है। नाले की चौड़ाई बढ़ाने के लिए ठेकेदार को किया गया। शीघ्र ही नाले का सही रूप में निर्माण करवाया जाएगा।
– अरुण कुमार शर्मा, अधिशाषी अधिकारी, नगरपालिका, भीनमाल