यह परिवर्तन 26 अक्टूबर तक रहेगा। वृश्चिक राशि पर शनि का परिभ्रमण देश में आगजनी, दुर्घटनाओं, महामारी, अतिवृष्टि व अनावृष्टि के रूप में दिखाई देगा। त्रिवेदी ने बताया कि इस परिवर्तन से मेष व वृश्चिक राशि के जातकों के सुवर्ण पाद पर पनोती चिंताकारक रहेगी, सिंह व धनु राशि के जातकों के चांदी के पाद पर पनोती धनदायक रहेगी, तुला राशि के जातकों के ताम्र पाद पर पनोती लक्ष्मीदायक रहेगी, वृषभ, कन्या व मकर राशि के जातकों को कुछ राहत मिलेगी, बिगड़े काम सुधरने के अवसर प्राप्त होंगेl
मिथुन, कर्क, कुंभ व मीन राशि वालों के लिए शनि का परिवर्तन का कोई प्रभाव नहीं होगा, शनि की दशा में हनुमान की पूजा विशेष फलदायी है। इस समय तेल, उड़द, छाता, पादुका, नीलम व कम्बल आदि का दान करें। शनि की दशा में ओम शं शनैश्वराय नम: का जाप करने से राहत मिलेगी।