पीडि़त व्यापारी ने बयान में कहा कि प्रकाश, जगदीश गोदारा व राजूराम, सोहनलाल, दलपतसिंह, मुकेश, रमेश भादू, महेंद्र, भूपेंद्र पूनिया, भजनलाल समेत अन्य आरोपी अपहरण की वारदात में शामिल थे। इस पूरे घटनाक्रम के पीछे मंत्री पुत्र की संलिप्तता थी। बदमाशों में राजूराम बागोड़ा पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है और जोधपुर आइजी रेंज का 10 हजारी इनामी भी है। प्रकाश गोदारा व ठाकराराम पुलिस थाना चितलवाना का हिस्ट्रीशीटर है।
पीडि़त प्रकाश का आरोप है कि अपहरण कर आरोपी उसे हरियाणा ले गए। खूब पीटा। जख्मी होने के कारण हरियाणा के एक अस्पताल में ले गए। वहां से मौका पाकर वह फरार हो गया और जैसे-तैसे जालोर पहुंचा। पुलिस के समक्ष दिए बयान में पीडि़त ने यह भी आरोप लगाया कि अपहरण के कुछ घंटे बाद बदमाशों ने फोन पर मंत्री पुत्र डॉ. भूपेंद्र ने बात करवाई। इस पर भूपेंद्र ने इस परेशानी से बचने के लिए 50 लाख रुपए फिरौती देने को कहा।
चितलवाना निवासी लादूराम विश्नोई ने 17 जुलाई को सांचौर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी कि उसका भाई प्रकाश शादी समारोह के लिए चितलवाना से अपनी गाड़ी से निकला था। हाड़ेचा में दो गाडिय़ों में आए सोहनलाल, गोपीकिशन, भजनलाल समेत अन्य ने उसका अपहरण कर लिया। हालांकि एफआइआर में मंत्री पुत्र का नाम नहीं है लेकिन पीडि़त व्यापारी ने एएसपी के समक्ष मंत्री पुत्र समेत अन्य पर आरोप लगाए हैं।
(पीडि़त के बयानों का वीडियो पत्रिका के पास उपलब्ध है)
सांचौर थाना प्रभारी प्रवीकुमार का कहना है कि प्रथम दृष्टया मंत्री पुत्र की संलिप्तता नहीं दिख रही। आरोपी और पीडि़त, दोनों पक्ष चितलवाना के हैं। पीडि़त को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा लेकिन उसने परिजनों के साथ जाने की इच्छा जताई।
पीडि़त मंगलवार को ऑफिस ही आ गया था। बयान लिए हैं। उसने कई आरोप लगाए हैं। तथ्यों की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। – अनुकृति उज्जैनिया, एएसपी मेरे विरुद्ध राजनीतिक षड्यंत्र
प्रकाश मेरे ननिहाल पक्ष से है। उसके अपहरण की जानकारी मिली तो मैंने ही पुलिस को सूचित किया था। आरोप निराधार हैं। राजनीतिक षड्यंत्र किया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच हो। – डॉ. भूपेन्द्र विश्नोई, मंत्री पुत्र
पुत्र पर राजनीतिक साजिश के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं। सीआइ ने भी कह दिया कि पीडि़त ने कोई भी स्टेटमेंट हमारे खिलाफ नहीं दिया है। आरोप निराधार हैं। कॉल डिटेल निकलवाई जाए। कहीं हमारे स्तर की गड़बड़ी है तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं। – सुखराम विश्नोई, वन एवं पर्यावरण मंत्री