अस्पतालों में चल रहा गर्भ समापन का अवैध खेलशिकायत ने खोली गर्भपात के गोरखधंधे की पोल
जालोर. निजी अस्पतालों में अवैध रूप से गर्भपात का गोरखधंधा पनप रहा है। मुंहमांगी कीमत लेकर गर्भ समापन करने के इस खेल में महिलाओं की जान दांव पर लगाई जा रही है। इस तरह के मामले पकडऩा तो दूर जांच तक नहीं हो रही।ऐसे में निजी अस्पतालों में अवैध खेल आसानी से चल रहा है। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग के पास एक शिकायत दर्ज हुई है, जिसमें सायला में केराराम चौधरी संचालित आदर्श गुजरात हॉस्पिटल में अवैध रूप से गर्भ समापन का आरोप लगाया गया है। हालांकि शिकायत पर विभाग ने जांच तो की, लेकिन मौके पर न तो डॉक्टर मिला और न ही संचालक। ऐसे में टीम को बैरंग लौटना पड़ा। शिकायत सही थी या गलत, यह तो पता नहीं पर इस मामले ने गांवों में चल रहे अवैध गर्भपात के गोरखधंधे की पोल जरूर खोल दी है।
सरकारी अस्पताल भी संदेह के घेरे मेंउल्लेखनीय है कि कुछमाह पहले जसवंतपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लेबर रूम में बाहरी लोग
प्रसव करवा रहे थे।अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे महकमे के अधिकारी लेबर रूम की ओर गए, लेकिन तब तक बाहरी लोग भाग छूटे।यह मामला दर्शाता है कि सरकारी अस्पतालों में अवैध रूप से गर्भ समापन के कार्य भी हो सकते हैं।ऐसे में सरकारी अस्पतालों की भूमिका संदेह के घेरे में है।
भ्रूण जांच मामले में भी कार्रवाईसायला के इस निजी अस्पताल में अवैध रूप से भू्रण जांच करने का मामला भी सामने आ चुका है। पीसीपीएनडीटी एक्ट की राज्य टीम सप्ताहभर पहले कार्रवाई कर चुकी है। अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन संचालन को लेकर लाइसेंस डॉ. सोनल मित्तल के नाम से है। टीम ने मशीन का ट्रेकर व फॉर्म एफ जब्त किए हैं।
प्रथम दृष्टया क्लीनचिटबताया जा रहा है कि शिकायत मिलने पर महकमे के अधिकारी सायला के निजी अस्पताल पहुंचे, लेकिन मौके पर नर्सिंगकर्मी ही मिले, जिससे जांच नहीं हो पाई। ऐसे में प्रथम दृष्टया इस अस्पताल को क्लीन चिट दे दी।
शिकायत मिली थी…सायला के एक निजी अस्पताल में अवैध रूप से गर्भ समापन करने की शिकायत मिली थी। जांच करने गए तो वहांनर्सिंगकर्मी ही मिले।
-शंकर सुथार, पीसीपीएनडीटी जिला समन्वयक, जालोर