उम्मेदाबाद. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को अनंत चतुर्दशी श्रद्धा और निष्ठा से मनाई गई। व्रत का पालन करने वाले व्रतार्थीयों ने दिनभर व्रत रखकर अनंत भगवान की पूजा अर्चना कर कथा का श्रवण किया। 14 गांठों से निर्मित अनंत भगवान का डोरा हाथों पर बांधकर शाम को व्रत का उद्यापन किया। कथा श्रवण के बीच अनंताय नम: के जाप किए गए।कस्बे में विभिन्न स्थानों पर व्रतधारियों ने श्रद्धा के साथ उद्यापन किया।अनंत भगवान की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। अनंत भगवान की कथा का श्रवण किया।
अनंत चतुर्दशी पर हुए धार्मिक आयोजन आहोर. कस्बे समेत क्षेत्र में गुरुवार को अनंत चतुर्दशी का पर्व श्रद्धा व उल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने अनंत भगवान का व्रत व उद्यापन किया।
अनंत चतुर्दशी के अवसर पर श्रद्धालुओंं ने व्रत रखकर अनंत भगवान की पूजा अर्चना की। व्रतार्थियों ने अनंत भगवान की कथा का श्रवण कर अनंत का धागा अपनी भुजा पर धारण किया। कई लोगों ने व्रत का विधिवत उद्यापन किया। कस्बे के वड़वेश्वर महादेव मंदिर में दोपहर में अनंत भगवान की सामूहिक कथा का आयोजन किया गया। जिसमें व्रतार्थियों की भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर सर्वप्रथम अनंत भगवान की वेद मंत्रों के साथ पूजार्चना व आरती की गई तथा इसके बाद अनंत भगवान की कथा सुनाई गई। व्रतार्थी श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण करने के पश्चात अनंत का धागा अपनी भुजा पर धारण किया। कई व्रतार्थियों की ओर से अनंत चतुर्दशी व्रत का विधिवत उद्यापन किया गया।
अनंत चतुर्दशी के अवसर पर श्रद्धालुओंं ने व्रत रखकर अनंत भगवान की पूजा अर्चना की। व्रतार्थियों ने अनंत भगवान की कथा का श्रवण कर अनंत का धागा अपनी भुजा पर धारण किया। कई लोगों ने व्रत का विधिवत उद्यापन किया। कस्बे के वड़वेश्वर महादेव मंदिर में दोपहर में अनंत भगवान की सामूहिक कथा का आयोजन किया गया। जिसमें व्रतार्थियों की भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर सर्वप्रथम अनंत भगवान की वेद मंत्रों के साथ पूजार्चना व आरती की गई तथा इसके बाद अनंत भगवान की कथा सुनाई गई। व्रतार्थी श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण करने के पश्चात अनंत का धागा अपनी भुजा पर धारण किया। कई व्रतार्थियों की ओर से अनंत चतुर्दशी व्रत का विधिवत उद्यापन किया गया।