प्री-पाइमरी स्कूल में विकसित होंगे आंगनबाड़ी केंद्र
जालोरPublished: Feb 14, 2020 10:57:38 am
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प्री-पाइमरी स्कूल में विकसित होंगे आंगनबाड़ी केंद्र
भीनमाल. अब आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-प्राइमरी विद्यालय के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए केंद्र के पास में ही स्थित सरकारी विद्यालय के एक शिक्षक को दायित्व देकर उसे मेंटोर शिक्षक बनाया जाएगा। यह शिक्षक आंगनबाड़ी केंद्र के समय पर खुलने व केंद्र पर पहुंच रहे बच्चों के बारे में निगरानी रखेगा। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को विद्यालय में प्रवेश दिलवाने का कार्य करेंगे। ऐसे में सरकारी विद्यालयों में नामांकन भी बढ़ेगा। इसके अलावा शिक्षा से वंचित रहने वाले बालक-बालिका शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। इसके लिए आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व शिक्षकों का सामूहिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर समग्र शिक्षा अभियान एवं समेकित बाल विकास के लिए तीन से छह वर्ष के बच्चों को नर्सरी में प्रवेश देकर संबल प्रदान करने की जिम्मेदारी सरकारी विद्यालयों के शिक्षक संभालेंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शिक्षक व आगनबाड़ी कार्यकर्ता समन्वय बिठाकर आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्य करेंगे। इसके लिए अधिकांश महिला टीचर्स की नियुक्ति होगी। जहां पर महिला शिक्षक कार्यरत नहीं हैं, वहां पर पुरुष टीचर को लगाया जाएगा।
500 मीटर की दूरी में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र
कार्यक्रम के तहत किसी भी विद्यालय के 500 मीटर की दूरी पर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र को विद्यालय में शिफ्ट किया गया है। ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र विद्यालय में शिफ्ट होने पर शिक्षक केंद्र के खुलने व बंद होने पर निगरानी भी रख सकेंगे। इसके अलावा कार्यकर्ता को सम्बल देेंगे व व्यवस्था देखने का कार्य करेंगे।
मेंटोर शिक्षक संभालेंगे जिम्मा
आंगनबाडी केंद्रों को प्री-प्राइमरी स्कूल में विकसित करने के लिए मेंटोर शिक्षक को दायित्व दिया जा रहा है। विद्यालय के 500 मीटर की दूरी में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र को विद्यालय में शिफ्ट किया गया है। मेंटोर टीचर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सामूहिक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
– सच्चिनांद शर्मा, सीबीईओ, भीनमाल