इसलिए बढ़ रही मुश्किल
बागरा से नारणावास, नया नारणावास, खेजड़ला से जागनाथ रेलवे स्टेशन होकर कर भागली प्याऊ तक किए गए डायवर्जन मार्ग अब खतरे से खाली नही है। वाहन चालक खतरे में सफर कर रहे हैं। जगह-जगह पानी का भराव भारी वाहन चालकों के लिए जी का जंजाल बन रहा है। इससे वाहन चालक परेशान हैं। ग्रामीणों व वाहन चालकों ने बताया कि झाडिय़ों से अटे एवं संकरे मार्ग के साथ बागरा से नारणावास तक पटरी नहीं होने से वाहन चालकों की मुसीबतें बढऩे लगी है।
ओवरलोड वाहनों से लगता जाम
बड़े वाहन संकरे मार्ग पर एक दूसरे के सामने आने के दौरान वाहन फंस रहे है, जिससे घंटों तक जाम लगा रहता है। दो दिन के अंतराल में चार से पांच बार वाहनों का जाम लग चुका है। इससे एक-एक किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग रही है। कई जगह तो मार्गों की ऐसे हालात है जहां एक साथ बड़े वाहन आमने सामने आने से वाहनों को आगे पीछे कर मुश्किल से निकालना पड़ रहा है। रही-सही कसर ग्रेनाइट के ब्लॉक लदे ओवरलोड ट्रोलर पूरी कर रहे हंै।