आहोर. मां सरियादेवी की जैकारों से गुंजायमान वातावरण,
मंगल गीतों का गान करती महिलाएं, श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते रथों में बिराजित संत, मां सरियादेवी की तस्वीर के समक्ष वंदना में तल्लीन भक्तगण, बैण्ड की मधुर धुनों पर थिरकते युवा, शोभायात्रा का आकर्षक विभिन्न देवी -देवताओं की झाकियां। कमाबेश ऐसा ही भक्तिमय नजारा गुरुवार को कस्बे में कुमावत समाज की ओर से मां सरियादेवी
मंदिर के वार्षिकोत्सव को लेकर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान नजर आया।
मंदिर का वार्षिकोत्सव श्रद्धा व उल्लास से मनाया गया। जिसमें कस्बे समेत क्षेत्र के विभिन्न गांवों से बड़ी तादाद कुमावत समाज के लोगों ने भाग लिया। कस्बे में सरियादेवी चौक स्थित मां सरियादेवी मंदिर में सवेरे पूजार्चना के बाद थांवला महंत सुखदेवभारती , सुरेश्वर महादेव पांडगरा के महंत पर्बतगिरी, देसू महंत रतनभारती, कस्बे के वडवेश्वर महादेव मंदिर के महंत सुन्दरपुरी, संत अमृतगिरी, विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, पूर्व सरपंच प्रफुल्लकंवर के सानिध्य में शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ मंदिर प्रांगण से रवाना हुई। जो आठ निम्बड़ी की सेरी, पोस्ट ऑफिस की गली, चामुंडा माता मंदिर, मैन रोड, सदर बाजार, पुराना बस स्टैण्ड, हॉस्पीटल रोड, पंचायत समिति, प्राइवेट बस स्टैण्ड, चांदरा माता चौक से होती हुई पुन: मंदिर प्रांगण पहुंचकर विसर्जित हुई। शोभायात्रा के दौरान जहां श्रद्धालु रथ पर विराजित मां सरियादेवी की तस्वीर के समक्ष वंदना कर रहे थे वहीं युवा बैण्ड की मधुर धुनों पर थिरक रहे थे। जैकारों की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। शोभायात्रा में टे्रक्टरों पर सजी विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा के बाद मंदिर में महाआरती का आयोजन हुआ। श्रद्धालुओं ने मंदिर में धोक लगाकर खुशहाली की कामना की। इसके बाद महाप्रसादी का आयोजन हुआ।
देर रात तक बही सुर सरिता, बोले चढ़ावें वार्षिकोत्सव की पूर्व संध्या पर बुधवार रात को मंदिर प्रांगण में भक्ति संध्या हुई। जिसमें गायक संजय रावल व विनोद जालोरी एंड पार्टी ने देर रात तक भक्ति गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं कार्यक्रम के दौरान मेले को लेकर विभिन्न चढ़ावों की बोलियां बोली गई।