कोरोना का खौफ, जालोर की आधी जेल जैसलमेर शिफ्ट
जालोरPublished: Mar 21, 2020 10:03:59 am
– एहतियाती कदम उठाते हुए जालोर जिला कारागार से शुक्रवार सवेरे 50 बंदियों को जैसलमेर कारागार शिफ्ट किए
– एहतियाती कदम उठाते हुए जालोर जिला कारागार से शुक्रवार सवेरे 50 बंदियों को जैसलमेर कारागार शिफ्ट किए
जालोर. कोरोना वायरस से आमजन में ही नहीं पुलिस प्रशासन तक में खौफ पैदा हो चुका है। इस बीच इन महकमों में भी बचाव के लिए जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जालोर जिला कारागार से शुक्रवार को 50 बंदियों को जैसलमेर कारागार शिफ्ट कर दिया गया है। यह मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद उठाया गया कदम है। इससे पहले गुरुवार तक जालोर कारागार में 95 बंदी थे, जबकि जालोर कारागार की क्षमता ही लगभग 60 बंदियों की है। अब सीधे तौर पर जालोर कारागार से आधे बंदी शिफ्ट कर दिए गए हैं और बाकी बंदियों के स्वास्थ्य की जांच भी किया गया है। जेल प्रशासन का कहना है कि इनका स्वास्थ्य ठीक है।
सीजेएम ने किया निरीक्षण
जेलर राजूसिंह ने बताया कि जालोर कारागार में 45 बंदी बचे थे, जिनमें से एक बंदी की जमानत के बाद 44 रह गए हैं। जिसके स्वास्थ्य की जांच करवाई गई है। सभी नार्मल है। वहीं दोपहर में सीजेएम पवन कुमार काला ने जिला कारागार का निरीक्षण किया और जेल के भीतर की व्यवस्थाओंं का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही बंदियों को जागरुक भी किया।
भीनमाल में आज शिफ्टिंग
भीनमाल कारागार में बंदियों की संख्या क्षमता से दोगुना से अधिक है। अभी यहां 85 बंदी है। जबकि इस कारागार की क्षमता 40 की है। जेलर सुखराम का कहना है कि शनिवार को 30 बंदियों को जोधपुर शिफ्ट किया जाएगा। इधर शुक्रवार को एहतियात के तौर पर जेल में छिड़काव किया गया है। साथ ही बंदियों के स्वास्थ्य की जांच भी की गई है।
सांचौर में क्षमता से अधिक बंदी, लेकिन सजग नहीं हुए
कोरोना संक्रमण विश्व के कई देशों में जिंदगियों लीलने के बाद अब भारत में खतरे की घंटी बजा रहा है। विश्व व्यापी महामारी में भीड़ से बचने की हिदायत दी जा रही है। जेल प्रशासन को भी इस बारे में अवगत करवाया गया है और मुख्यालय से आदेश जारी हो चुके हैं, लेकिन अब तक सांचौर कारागार में लापरवाही बरती जा रही है। कारागार के उपकारापाल प्रहरी रामस्वरूप शर्मा का कहना है कि कारागृह की क्षमता २५ बंदियों की है, जिसमें वर्तमान में ३८ बंदी है। अभी तक उच्च स्तर से बंदियों को शिफ्ट करने का आदेश नहंीं मिला है।
इनका कहना
जालोर कारागार में क्षमता से दोगुने बंदी थे। मुख्यालयों से मिले निर्देशों की पालना में 50 को जैसलमेर शिफ्ट किया जा चुका है। अन्य बंदियों के स्वास्थ्य की जांच के साथ साथ दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है।
– राजूसिंह, जेलर, कारागार जालोर