जालोर

नर्मदा केनाल क्षतिग्रस्त, किसानों के अरमानों पर फिर सकता है पानी

नर्मदा केनाल कई जगह से डेमेज होने के कारण किसानों की चिंता बढ़ी

जालोरOct 24, 2018 / 11:01 am

Dharmendra Kumar Ramawat

नर्मदा केनाल क्षतिग्रस्त, किसानों के अरमानों पर फिर सकता है पानी

हाड़ेचा. सांचौर व चितलवाना उपखण्ड की जीवन रेखा मानी जानी वाली नर्मदा नहर इन दिनों बाढ़ के बाद एक बार फिर से कई जगह से डेमेज हो गई है। ऐसे में नर्मदा अधिकारियों की ओर से आनन-फानन में कैनाल में पानी की सप्लाई रुकवाकर मरम्मत कार्य शुरू करवाया गया है। हालांकि अधिकारियों का कहना हैकि नर्मदा मुख्य कैनाल डेमेज नहीं हुई है, बल्कि यह दरारें सालों पुरानी हैं। जबकि देखा जाए तो पिछली बार बाढ़ से नर्मदा मुख्य कैनाल टूटने पर विभाग ने ४०० करोड़ से भी अधिक का बजट खर्चकर इसकी मरम्मत करवाई थी। वहीं सांचौर के जनप्रतिनिधि भी बाढ़ के बाद विभाग की ओर से कराई गईनहर की मरम्मत में घटिया निर्माण के चलते पानी नहीं छोडऩे को लेकर किसानों के साथ धरना-प्रदर्शन कर चुके थे। जिसके बाद नर्मदा अधिकारियों ने मुख्य कैनाल में पेयजल के लिए पानी की सप्लाई शुरूकी थी। इसके चार माह बाद ही मुख्य कैनाल जगह-जगह से डेमेज हो गई। बाढ़ के पानी निकासी के लिए लालपुर, अगार, पालड़ी व मीठीबेरी सहित कई जगह नर्मदा कैनाल के नीचे बनवाए गए स्ट्रक्चर में पानी का रिसाव होने से यह डेमेज हो गई है। ऐसे में सियाळू सीजन को देखते हुए नर्मदा अधिकारी अब गुजरात से क्लोजिंग करवाकर नहर की मरम्मत करवा रहे हैं। इसके लिए जगह-जगह डम्परों से मिट्टी डलवाने का काम भी हो रहा है।
अरमानों पर फिर सकता है पानी…
बाढ़ के बाद नर्मदा मुख्य कैनाल की मरम्मत के लिए बनवाए गए स्ट्र्रक्चर में घटिया निर्माण से कैनाल को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में मुख्य कैनाल में 0 से 37 किमी के बीच कई जगह डेमेज के चलते किसानों को रबी सीजन में समय पर पानी नहीं मिलने से उनके अरमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। किसानों ने बताया कि मुख्य कैनाल में घटिया निर्माण को लेकर अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया था। इसके बावजूद अधिकारियों के ध्यान नहीं देने से ऐसे हालात बन रहे हैं। वहीं जगह-जगह बनवाए गए स्ट्रक्चर से पानी का रिसाव हो रहा है।
पूर्व में भी टूटी थी
पूर्व में भी मुख्य कैनाल में घटिया निर्माण के कारण सांचौर सरहद में सांचौर लिफ्ट कैनाल टूटकर बिखर गई थी। जिससे सांचौर शहर में बाढ़ के हालात को देखते हुए अधिकारियों ने पीछे से पानी की सप्लाई बंद करवाकर मरम्मत कार्य करवाया था।
बार-बार हुआ प्रदर्शन
बाढ़ के कारण टूटी मुख्य कैनाल की मरम्मत के दौरान घटिया निर्माण से नाराज किसान संगठनों व जनप्रतिनिधियों ने कई बार धरना प्रदर्शन भी किया और कार्य रोकने के साथ उचित मापदण्ड से कार्य करने की मांग भी की, लेकिन मॉनीटरिंग के अभाव में मुख्य कैनाल कई जगह से डेमेज हो गई। ऐसे में एक बार फिर सिायाळू सीजन में किसानों को पानी समय पर नहीं मिलने से अरमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
इनका कहना..
क्लोजिंग के चलते नहर की जांच करवाई जा रही है फिलहाल डेमेज जैसा कोई मामला नहीं है। वैसे कुछ जगहों पर संदेह के चलते मरम्मत कार्य करवाया जा रहा है। ताकि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या नहीं आए।
– गिरीश लोढ़ा, चीफ, नर्मदा नहर परियोजना, सांचौर
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