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शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र का विकास

locationजालोरPublished: Sep 02, 2019 04:26:12 pm

Submitted by:

Jitesh kumar Rawal

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शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र का विकास

शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र का विकास

राजपुरोहित समाज का प्रतिभा सम्मान समारोह, 110 प्रतिभाओं को किया सम्मानित


भीनमाल. शहर के राजपुरोहित समाज छात्रावास भवन में रविवार को श्रेष्ठ भारत संस्थान के तत्वावधान में राजपुरोहित समाज प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। समारोह में 110 प्रतिभावान विद्यार्थियों का स्मृत्तिचिह्न व प्रशस्ती-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस मौके बाबा रामदेव शोधपीठ जेएनवीयू के निदेशक प्रोफेसर डॉ. गजेसिंह राजपुरोहित ने शिक्षा से ही समाज और राष्ट्र का विकास संभव है। समाज व राष्ट्र के विकास का आधार स्तंभ शिक्षा ही है। उन्होंने लोगों को बालक-बालिका में भेद नहीं कर बालिकाओं को भी उच्च शिक्षा प्रदान करने का आह्वान किया। अधिवक्ता हरिशंकर सांथू ने समाज की शैक्षणिक व राजनैतिक स्थिति बयान करते हुए कहा कि समाज को संगठित होकर आगे बढऩे होगा। उन्होंने कहा कि हमें हमारे गौरवशाली इतिहास को सहेज कर रखना होगा। अधिवक्ता नैनसिंह सांकरना ने सामाजिक कार्यकर्ता को नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने के सीख दी। तहसीलदार शैतानसिंह ने युवाओं को लक्ष्य निर्धारित कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटने का आह्वान किया। अधिवक्ता शंकरलाल बागरा ने युवाओं को ईमानदारी व मेहनत से सफलता के लिए सकारात्मक प्रयास करने की बात कही। प्रधान धुखाराम राजपुरोहित कहा कि हमे गोत्र व क्षेत्रीयता के स्थान पर राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में सोचने की जरूरत है, जिससे हम समाज के साथ राष्ट्र के कल्याण के लिए अपना कर्तव्यपालन कर सके। चिकित्सा अधिकारी डॉ. बाबूलाल ने कहा कि ऐसे सम्मान समारोह आयोजित करने से समाज की प्रतिभाओं को आगे बढऩा होगा। सहकारिता निरीक्षक किशोरसिंह ने समाज के छात्रावासों की महत्ती आवश्यकता बताई। इस मौके समाजसेवी भंवरलाल दुदावत, विकास अधिकारी तुलसाराम सांचौर, सुनील दौलपुरा, सूरज दासपां, रमेश रोपसी, खांडादेवल के पूर्व सरपंच रेखाराम ने भी विचार व्यक्त किए। संयोजक अधिवक्ता सत्यवानसिंह राजपुराहित ने बताया कि समारोह में 110 प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो व उपयोगी सामग्री प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अलावा ललित राजपुरोहित वणदार द्वारा संपादित पुस्तक कुरुक्षेत्रे धर्मक्षेत्रेश् नामक पुस्तक का विमोचन हुआ। समारोह का संचालन भाविन कुमार ने किया। एडवोकेट सत्यवान सिंह ने अतिथियों व आगन्तुकों का आभार ज्ञापित किया।
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