scriptलिफ्ट कैनाल के पास डाल रहे शहर की गंदगी, हो सकता है गंभीर हादसा | Dirt of the city is being dumped near the Sanchore lift canal | Patrika News

लिफ्ट कैनाल के पास डाल रहे शहर की गंदगी, हो सकता है गंभीर हादसा

locationजालोरPublished: Aug 18, 2019 10:47:19 am

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dumping yard

लिफ्ट कैनाल के पास डाल रहे शहर की गंदगी

सांचौर. नगरपालिका क्षेत्र में डंपिंग यार्ड नहीं होने से शहर का कचरा खुले में सांचौर लिफ्ट कैनाल के पास माखुपुरा में डाला जा रहा है। जिससे ना केवल संक्रमण फैलने का अंदेशा बना हुआ है, बल्कि खुले में डाला जाने वाला यह कचरा खाने से पशु भी काल का ग्रास बन रहे हैं। इस समस्या को लेकर पालिका की बैठक में भी पार्षद कई बार मुद्दा उठा चुके हैं। इसके बावजूद डंपिंग यार्ड के लिए नगरपालिका की ओर से कोई ठोस इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। जिसकी बदौलत शहर से गंदगी साफ होने के बजाय लिफ्ट कैनाल के पास ही फैल रही है। माखुपुरा स्थित नर्मदा नहर की सांचौर मुख्य लिफ्ट कैनाल के पास पंचायत समिति की खाली पड़ी जमीन को पालिका ने डंपिग यार्ड बना रखा है। ऐसे में लिफ्ट कैनाल से सटे भाग में डाला जा रहा शहर का कचरा लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाली कार्ययोजना साबित हो रही है। देखा जाए तो पालिका की ओर से प्रतिवर्ष शहर में विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपए का बजट खर्च किया जाता है, लेकिन कचरा निस्तारण के लिए डंपिंग यार्ड को लेकर आज दिन तक कुछ नहीं किया गया है।
यहां मनमर्जी से डाल रहे कचरा
शहर में पालिका की ओर से साफ सफाई के बाद जगह-जगह से कचरा उठाया जाता है। इसके बाद यह कचरा किसी निर्धारित स्थान की बजाय जहां जगह मिले वहीं डाल दिया जाता है। इस कचरे को ना तो नष्ट किया जाता है और ना ही आवारा पशुओं से दूर डाला जाता है। मुख्य रूप से माखुपुरा स्थित लिफ्ट कैनाल के पास, रानीवाड़ा रोड, माखुपुरा पुलिया व नेशनल हाइवे सहित कई जगह कचरा डाला जा रहा है। जहां पर पूरे दिन आवारा पशु मुंह मारते नजर आते हैं। इस कचरे को खाने से दर्जनों पशु मौत के शिकार भी हो चुके हैं।
…तो हो सकता है बड़ा हादसा
नगर पालिका की ओर से नर्मदा लिफ्ट कैनाल के किनारे कचरा डंप करने के कारण यह कचरा पानी में बहने की भी आंशका बनी रहती है। जिससे संक्रमण भी फैल सकता है। ऐसे में संक्रमित पानी के उपयोग से बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता।
बीते साल 10 गायों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि पालिका की ओर से खुले में डाला गया कचरा खाने से बीते साल जून महीने में 10 गायों की मौत हो गई थी। जिसके बाद गोभक्तों ने भी कचरा डंप करने के लिए निर्धारित स्थान चिह्नित करने व लिफ्ट कैनाल के पास कचरा नहीं डालने की मांग की थी, लेकिन ना तो पालिका ने इसमें गंभीरता दिखाई और ना ही प्रशासन ने इस मामले में तत्परता बरती। ऐसे में इस ज्वलंत समस्या को लेकर पालिका की ओर से बरती जा रही ढिलाई शहरवासियों पर भारी पड़ सकती है।
इनका कहना…
शहर में डंपिग यार्ड के लिए जगह चिह्नित करने को लेकर पूर्व में भी सदन में कई बाद मुद्दा उठाया जा चुका है। अब इसे और प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा। ताकि संक्रमण जैसी स्थिति पैदा नहीं हो।
– बीरबल बिश्नोई, नेता प्रतिपक्ष, नगरपालिका संाचौर
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