बिजली गुल होते ही बंद हो जाती है तीसरी आंख
जालोरPublished: Jul 18, 2019 10:14:09 am
शहर में बिजली गुल होने पर बंद हो जाते हंै कैमरे, कई वारदातें नहीं हो पाती है कैद
शहर में बिजली गुल होने पर बंद हो जाते हंै कैमरे, कई वारदातें नहीं हो पाती है कैद
भीनमाल. शहर में सुरक्षा व्यवस्था को चौैकस करने के लिए लगी तीसरी आंख बिजली गुल होते ही बंद हो जाती है। ऐसे में कई वारदातें व शातिर इसकी नजर बच निकलते है। हालंाकि सीसीटीवी कैमरे से पुलिस ने शहर में कई वारदातों में आरोपियों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त हुई है, लेकिन बिजली गुल होने पर कैमरे बंद हो जाते है। ऐसे में कई वारदातें सीसीटीवी में कैद नहीं हो पाती है। शहर में 2016 में पालिका प्रशासन की ओर से शहर में सुरक्षा व्यवस्था को चौकस करने, चोरी, डकैती, लूट, छेड़छाड़ की वारदातों पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए, लेकिन बिजली गुल होने पर यह आंख बंद हो जाती है। पूर्व में शहर में 30 कैमरे ही थे, लेकिन अब शहर के प्रमुख चौराहों व शहर को गांव-कस्बों व शहरों से जोडऩे वाले मार्गों पर 44 कैमरे लगे हुए है। पालिका की ओर सेे शहर के मुख्य बाजार, महावीर चौराहा, माघ चौक, अंबेड़कर सर्कल सहित प्रमुख चौराहे व आवाजाही के मार्गों पर 44 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। हालांकि पालिका प्रशासन सीसीटीवी कैमरों को सौलर प्लांट से जोडऩे का प्रयास कर रही है।
शातिर नहीं हो पाए कैद
एक जुलाई को शहर के एसबीआर्ई एडीबी बैंक से शातिर बदमाशों ने 14.35 लाख रुपए से भरा बैग पार कर दिया। बदमाश बैंक से सीधे बैग लेकर अंबेड़कर सर्कल की तरफ भागे, लेकिन वहां सीसीटीवी कैमरा बंद होने से उनके भागने की दिशा व वाहन का पता नहीं लग पाया। ऐसे में पुलिस को भी आरोपियों तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। हालांकि पुलिस अधिकारी दूसरी टैक्नोलॉजी से आरोपियों तक पहुुंचने का प्रयास करती है।
शहर में होती है 8 फीडर से विद्युत आपूर्ति
शहर में सात फीडर से विद्युत आपूर्र्ति होती है। ऐसे में बिजली गुल हो जाने पर संबंधित क्षेत्र के कैमरे भी बंद हो जाते है। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि शहर में दो जीएसएस से विद्युत आपूर्र्ति होती है। स्टेशन रोड सीटी जीएसएस से 5 फीडर व नीलकण्ठ महादेव जीएसएस से 2 फीडर से विद्युत आपूर्ति होती है। कनिष्ठ अभियंता सुरेश विश्नोई ने बताया कि विद्युत संबंधित कार्य होने पर बिजली आपूर्ति बंद की जाती है।
नहीं होती कैद
शहर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। कैमरों से काफी वारदातों में आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली है, लेकिन कई बार कैमरे बिजली गुल होने व तकनीकी गड़बड़ी से बंद हो जाते है। ऐसे में वारदात व शातिर कैमरों में कैद नहीं हो पाते है। पुलिस अन्य पहलुओं के आधार पर आरोपियों तक पहुंचती है। उसमें काफी समय गुजरता है।
हुकमाराम विश्नोई, डीएसपी-भीनमाल..८