नगरपरिषद की ओर से अग्निशमन सुरक्षा, स्वच्छ भारत मिशन के तहत वेस्ट मैनेजमेंट व वेस्ट से रेनेवबल एनर्जी बनाने पर सेमीनार का आयोजन
जालोर. नगरपरिषद वीरम मंच पर शुक्रवार सवेरे साढ़े दस बजे अग्निशमन संबंधी सुरक्षा व बचाव को लेकर सेमीनार का आयोजन किया गया। इस दौरान नेशनल फायर एकेडमी जोधुपर और जालोर नगरपरिषद अग्निशमन अनुभाग के कार्मिकों की ओर से मोक एक्सरसाइज कर आग पर काबू पाने और बचाव के तौर तरीके बताए। इस मौके स्वच्छ भारत मिशन के तहत वेस्ट मैनेजमेंट व वेस्ट से रेनेवबल एनर्जी के बारे में भी आवश्यक जानकारी दी गई। सेमीनार में बतौर मुख्य अतिथि विधायक अमृता मेघवाल, एडीएम नरेश बुनकर व एसडीएम राजेंद्रसिंह सिसोदिया मौजूद रहे। वहीं अध्यक्षता आयुक्त सौरभकुमार जिंदल ने की। इस मौके नेशनल फायर एकेडमी
जोधपुर के कॉर्डिनेटर हबीब खान ने आग लगने के कारणों, आग बुझाने के लिए
काम में लिए जाने वाले संसाधनों और बचाव के तौर तरीके बताए। साथ ही मॉक ड्रिल के जरिए लोगों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने हर मिडल स्कूल को दो अग्निशमन उपकरण दे रखे हैं, लेकिन वे आज भी स्टोर में पड़े पड़े खराब हो रहे हैं। उन्होंने स्कूली बच्चों को भी इसकी पूरी जानकारी रखने की बात कही। वहीं
जयपुर से आए आशीष अग्रवाल ने गीले व सूखे कचरे के निस्तारण संबंधी जानकारी दी। कार्यक्रम में एक्सईएन विनय बोड़ा, एईएन परणिता सामरिया, कनिष्ट लेखाकार अशोककुमार शर्मा, जेईएन शैलेंद्रकुमार, मफाराम गर्ग, द्वारकाप्रसाद वैष्णव, उपसभापति मंजू सोलंकी, नेता प्रतिपक्ष मिश्रीमल गहलोत, पार्षद ममता जैन, मंजू भूतड़ा, जितेंद्र प्रजापत, चंदनसिंह, हंसमुख नागर, फूलाराम प्रजापत, ओमप्रकाश माली, भरत कुमार, अम्बालाल, कालूराम, प्रेमाराम मेघवाल, अफसाना, ओबाराम देवासी, वरदाराम मेघवाल रेखा माली समेत कई मौजूद थे।
एक वाहन पर होने चाहिए 25 कार्मिकसेमीनार के दौरान नेशनल फायर एकेडमी जोधपुर के कॉर्डिनेटर खान ने कहा कि एक दमकल पर कम से 25 कार्मिक होने चाहिए, लेकिन आज स्थिति ऐसी है कि दमकल ज्यादा हैं और कार्मिक गिनती के ही हैं। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय पर भी कुछऐसे ही हालात हैं। ऐसे में खान ने विधायक को रिक्त पद भरने के प्रयास करने की बात कही।
बताए आग के कारण सिखाई बारीकियांकोर्डिनेटर खान ने कहा कि आग लगने के कुल तीन कारण हैं। पहला कंडक्शन, दूसरा कन्वेंशन और तीसरा रेडिएशन। उन्होंने इन तीनों चरणों को क्रमबद्ध तरीके से समझाते हुए कहा कि घरों से बाहर डाला जाने वाला कूड़ा, कांच के टुकड़े और डीजल-पैट्रोल में भीगी जूट के कारण कई बार आग लग जाती है। ऐसे में उन्होंने कचरे इस तरह खुले में नहीं डालने की अपील की। इसी तरह उन्होंने साल में एक बार घरेलू गैस पाइप बदलने, दुकानों, मैरिज गार्डन व वाहनों में अग्निशमन
यंत्र रखने की अपील की। साथ ही कचरे व डीजल-पैट्रोल में आग लगाकर उसे मॉक ड्रिल कर बुझाया गया।