यहां प्याज की दो कैटेगरी
क्षेत्र में दो तरह के प्याज की खेती की जाती है। एक हल्का गुलाबी रंग का प्याज व दूसरा लाल रंग का प्याज हल्के गुलाबी रंग के देसी प्याज खाने में मीठे स्वादिष्ट जायकेदार होने से लाल रंग के देसी प्याज से इसकी डिमांड ज्यादा रहती है। इस क्षेत्र के प्याज की खासियत यह है कि इस प्याज में केवल देसी खाद गोबर वाला खाद दिया जाता है। इसमें यूरिया व डीएपी खाद नहीं देने एवं कीटनाशक दवाइयों का छिडक़ाव नहीं करने से इस क्षेत्र के प्याज की ज्यादा डिमांड रहती है एवं खाने में स्वादिष्ट होते हैं क्षेत्र के प्याज की क्वालिटी अच्छी एवं जायकेदार होने से अन्य राज्यों के मंडियों के व्यापारी भी यहां के देसी प्याज खरीदने पहुंचते हैं उन्हें अच्छे दाम भी मिलते हैं।
क्षेत्र में दो तरह के प्याज की खेती की जाती है। एक हल्का गुलाबी रंग का प्याज व दूसरा लाल रंग का प्याज हल्के गुलाबी रंग के देसी प्याज खाने में मीठे स्वादिष्ट जायकेदार होने से लाल रंग के देसी प्याज से इसकी डिमांड ज्यादा रहती है। इस क्षेत्र के प्याज की खासियत यह है कि इस प्याज में केवल देसी खाद गोबर वाला खाद दिया जाता है। इसमें यूरिया व डीएपी खाद नहीं देने एवं कीटनाशक दवाइयों का छिडक़ाव नहीं करने से इस क्षेत्र के प्याज की ज्यादा डिमांड रहती है एवं खाने में स्वादिष्ट होते हैं क्षेत्र के प्याज की क्वालिटी अच्छी एवं जायकेदार होने से अन्य राज्यों के मंडियों के व्यापारी भी यहां के देसी प्याज खरीदने पहुंचते हैं उन्हें अच्छे दाम भी मिलते हैं।
इनका कहना है
इस क्षेत्र के प्याज स्वादिष्ट व सुपाच्य होने से इस क्षेत्र के प्याज की डिमांड ज्यादा रहती है एवं दाम भी वाजिब मिलते हैं।
- खेताराम माली, काश्तकार उम्मेदाबाद यहां के प्याज में देसी खाद देते हैं। किसी प्रकार के कीटनाशक दवाइयां का छिडक़ाव नहीं किया जाता है। हमारे यहां के प्याज की अच्छी डिमांड है।
- सांवलाराम माली, किसान
इस क्षेत्र के प्याज स्वादिष्ट व सुपाच्य होने से इस क्षेत्र के प्याज की डिमांड ज्यादा रहती है एवं दाम भी वाजिब मिलते हैं।
- खेताराम माली, काश्तकार उम्मेदाबाद यहां के प्याज में देसी खाद देते हैं। किसी प्रकार के कीटनाशक दवाइयां का छिडक़ाव नहीं किया जाता है। हमारे यहां के प्याज की अच्छी डिमांड है।
- सांवलाराम माली, किसान