गोभक्त पाठशाला के तहत पथमेड़ा के आजीवन सदस्यों की संगोष्ठी हुई
जालोरPublished: Jul 15, 2019 10:57:45 am
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गोभक्त पाठशाला के तहत पथमेड़ा के आजीवन सदस्यों की संगोष्ठी हुई
सांचौर. गोधाम पथमेड़ा में चल रही गोभक्त पाठशाला के तहत रविवार शाम को स्वामी दत्तशणानंद के सान्निध्य व राधाकृष्ण महाराज की मौजूदगी में पथमेड़ा न्यास के आजीवन सदस्यों की विशेष संवाद संगोष्ठी हुई। जिसमें स्वामी ने न्यास की मूल अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए सभी को पूज्या गोमाता की सेवा में यथा सम्भव गति देने को कहा। पथमेड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पूनम राजपुरोहित ने बताया कि गोभक्त पाठशाला में संत सियावल्लभदास, सुमनसुलभ महाराज, महंत नंदरामदास, संत देवेश चैतन्य, विट्ठलकृष्ण महाराज, मुकुंदप्रकाश महाराज, संत बलदेवदास, हरिशंकर राजपुरोहित, किशोरसिंह सूरत, मालाराम मणोरा, रोहित सक्सेना, एडवोकेट रामकुमार, दिनेश पुरोहित, भागचंद अजमेर, घनश्याम मून्दड़ा, हीराराम पुरोहित, गोवाराम मालवाड़ा, सुमित पलोड़, जेठूसिंह सुकरलाई, जेठूसिंह नून, आलेाक सिंघल, सुखदेव चौधरी, डूंगराराम बिछावाड़ी, सांवलाराम लुणियासर, दुर्जनसिंह विरोल, मेहुलकुमार मुम्बई व उदाराम चौधरी सहित कई गोभक्त मौजूद रहे।
वृषभ स्वरूप धर्म का संरक्षण
गो गीता महिमा सत्संग प्रवचन के पांचवे दिन स्वामी ने कहा कि देश की समृद्धि के लिए नर गोवंश की रक्षा अति आवश्यक है। वृषभ का वर्तमान समय में कोई विशेष स्थान नहीं रह गया है जो दुर्भाग्य है। वृषभ स्वरूप धर्म का संरक्षण करना सुख, शान्ति और कल्याण का मार्ग है। आज कामधेनु गोमाता का बहुत तिरस्कार हो रहा है। अगर समय रहते इनका कोई उपाय नहीं किया गया तो देश गर्त में डूब जाएगा।
गोसंरक्षण के लिए जुटें
गोभक्तमाल कथा के दूसरे दिन रविवार को राधाकृष्ण महाराज ने कहा कि गाय के गोबर के सूखे कण्डों को जलाकर उसमें भारतीय देशी गोमाता के घी की एक बूंद डालने से भी बहुत मात्रा में आक्सीजन का उत्सर्जन होता है। उन्होंने आनंदवन की पवित्र भूमि पर एकत्रित हुए सभी गोभक्तों को बचे हुए दिनों में गोपालन, गोसंरक्षण, गोसंवद्र्धन, गोसम्पोषण के लिए यहां से प्रेरणा लेकर अपने-अपने क्षेत्र में जुटने का आह्वान किया।
वन मंत्री ने किया गोपूजन
वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई रविवार को गोभक्त पाठशाला महोत्सव को लेकर पथमेड़ा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गोमाता की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर गो संरक्षण व गोमहत्व पर प्रकाश भी डाला। साथ ही अधिक से अधिक गोपालन की अपील की। कार्यक्रम के दौरान कई गणमान्य लोग एवं गोभक्त मौजूद रहे।