चितलवाना को मिली कॉलेज की सौगात, जानिए बीते दस महीने में और क्या-क्या मिला
जालोरPublished: Jul 18, 2019 10:51:21 am
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चितलवाना को मिली कॉलेज की सौगात, जानिए बीते दस महीने में और क्या-क्या मिला
चितलवाना. नेहड़ के गांवों में जहां बच्चों को स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद शिक्षा से नाता तोड़कर घर बैठना पड़ता था, वहीं उपखण्ड मुख्यालय पर कॉलेज खुलने के बाद में उच्च शिक्षा के अवसर मिलने से छात्रों और अभिभावकों के चेहरे खुशी से झूम उठे। मुख्यमंत्री की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में जालोर के सबसे पिछड़ इलाके नेहड़ के गांवों में बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज की सौगात देने पर लोगों में खुशी का माहौल है। कॉलेज खुलने से यहां के बच्चों को कॉलेज शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। गौरतलब है कि नेहड़ के गांवों में रहने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज नहीं होने से दूर दराज जाना पड़ता था। इस कारण कई बच्चे 12वीं के बाद घर पर ही खेती या अन्य व्यवसाय में लग जाते। ऐसे में कॉलेज खुलने के बाद ऐसे बच्चे उच्च शिक्षा पूरी कर सकेंगे।
छात्राओं में भी खुशी
नेहड़ के गांवों में स्थित सरकारी स्कूलों में पढऩे वाली छात्राओं को भी अभिभावक उच्च शिक्षा के लिए दूर दराज के कॉलेज नहीं भेज पाते थे। जिसके कारण कई छात्राओं को 12वीं के बाद शिक्षा से नाता तोडऩा पड़ता था। अब कॉलेज खुलने के बाद में छात्राओं में खुशी है।
दस माह में ये मिला नेहड़ को
सांचौर से कांग्रेस की सरकार में विधायक सुखराम विश्नोई को वन एवं पर्यायवरण मंत्री का पद मिलने के बाद से लेकर शिक्षा के क्षेत्र में सांचौर में सरकारी कॉलेज, चितलवाना में सरकारी कॉलेज व पथमेड़ा में विद्यालय क्रमोन्नत हुआ। ताकि वंचित बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
इनका कहना…
कॉलेज खुलने से नेहड़ के गांवों में रहने वाले बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। छात्राओं को 12वीं के बाद उच्च शिक्षा हासिल कर पाएंगी। मंत्री ने नेहड़ का विशेष ध्यान रखा हैं।
– अशोक खोड़, ग्रामीण, दूठवा
प्रदेश व जिले में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे पिछड़े सांचौर व चितलवाना में कॉलेज खुलने से बच्चों को उच्च शिक्षा अर्जित करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
– सुखराम विश्नोई, वन एवं पर्यायवरण मंत्री