यहां नए जीएसएस से मिलेगी बिजली कटौती समस्या से राहत
जालोरPublished: Sep 15, 2019 10:44:09 am
खोखा, जेरण, सुराणा व राजपुरा में बनेंगे 132 केवी जीएसएस, 5 नए 33 केवी जीएसएस भी बनेंगे
खोखा, जेरण, सुराणा व राजपुरा में बनेंगे 132 केवी जीएसएस, 5 नए 33 केवी जीएसएस भी बनेंगे
भीनमाल. अब शीघ्र ही भीनमाल, बागोड़ा, जसवंतपुरा व सायला क्षेत्र चार दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों को निर्बाद्ध व गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी। डिस्कॉम की ओर से क्षेत्र के चार गांवों में 132 केवी जीएसएस बनाए जाएंगेे। ऐसे में दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को बारिश व आंधी में विद्युत फॉल्ट की समस्या से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा सीजन में कम वॉल्टेज की समस्या भी नहीं रहेगी। सरकार की ओर से खोखा, सुराणा व राजपुरा में 132 केवी जीएसएस के निर्माण की स्वीकृति जारी की है। इसके अलावा जेरण में 132 केवी जीएसएस की पूर्व में ही स्वीकृति मिली हुई है। जीएसएस के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत तंत्र सुदृढ़ होगा। बारिश व आंधी के दौरान दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्र में फॉल्ट के चलते घंटों तक बिजली गुल होने से जूझना नहीं पड़ेगा। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि चार 132 केवी जीएसएस के निर्माण होने से 33 केवी लाइनें छोटे-छोटे भागों में बांटी जाएगी। ऐसे में फॉल्ट की समस्या नहीं रहेगी। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि जीएसएस के निर्माण की कार्यवाही प्रक्रिया चल रही है। जेरण में जीएसएस निर्माण के लिए जमीन अवाप्ति की कार्रवाई चल रही है। जमीन आवंटन होने के बाद निर्माण हो सकेगा। भीनमाल, बागोड़ा, सायला व जसवंतपुरा क्षेत्र के चार दर्जन गांवों के किसानों को फायदा होगा। सीजन में कम वॉल्टेज की समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी। अधिशाषी अभियंता रमेश सेठ ने बताया कि मोदरान में 132 केवी जीएसएस, सेरणा, भादरड़ा, बसडाधनजी व गजीपुरा 33 केवी के प्रपोजल तैयार किए हुए है। जिसकी स्वीकृति नहीं मिली है। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि राजपुरा 132 केवी जीएसएस के लिए 30 किलोमीटर, खोखा के लिए 16 किलोमीटर, सुराणा के लिए 18 किलोमीटर 132 केवी नई लाइन भी खिंची जाएगी।
दर्जनों गांवों को मिलेगा फायदा
क्षेत्र के सुराणा, जेरण, खोखा व राजपुरा में 132 केवी जीएसएस बनने से तीन दर्जन गांवों के उपभोक्ताओं को निर्बाद्ध रूप से बिजली मिलेगी। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक 132 केवी जीएसएस से 33 केवी के चार-पांच फीडर निकलेंगे। ऐसे में करीब चार दर्जन गांवों के ग्रामीणों को इन जीएसएस से निर्बाद्ध व गुणवत्तापूर्ण बिजली मिल सकेगी। 33 केवी विद्युत लाइनें छोटे-छोटे भागों में बांटा जाएंगा। ऐसे में आंधी चलने व बारिश के दौरान भी विद्युत फॉल्ट की समस्या से छुटकारा मिलेगा। राजपुरा में 132 केवी जीएसएस बनने से सुंधामाता तीर्थ व जलदाय विभाग के राजपुरा जलस्रोत पर भी निर्बाद्ध रूप से बिजली मिलेगी।
33 केवी के पांच नए जीएसएस भी बनेंगे
डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि भीनमाल क्षेत्र में शहर के 72 जिनालय, धनवाड़ा-निंबोड़ा, कावाखेड़ा, कोरा व डुंगरवा में पांच नए 33 केवी जीएसएस भी बनेंगे। ऐेसे में भीमनाल-बी की ढाणियां, धनवाड़ा-निंबोड़ा, कावाखेड़ा, कोरा व डुंगरवा के ग्रामीणों को निर्बाद्ध व गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी। इससे 72 जिनालय, रणजी का गोलिया, हातमताई की ढाणी, सुरता की ढाणी, धनवाड़ा, पांच कुआं में ग्रामीणों को निर्बाद्ध रूप से बिजली मिलेगी।
निर्बाद्ध रूप से बिजली मिलेगी
सरकार की ओर से खोखा, सुराणा व राजपुरा (जसवंतपुरा) में 132 केवी जीएसएस की स्वीकृति दी है। इससे चार दर्जन गांवों के ग्रामीणों को निर्बाद्ध व गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी। पांच नए 33 केवी जीएसएस की स्वीकृति दी है।
प्रवीण खत्री, अधिशाषी अभियंता, डिस्कॉम-भीनमाल