रेत के लिए उखाड़ डाले सैकड़ों पेड़, जिम्मेदार बेपरवाह
जालोरPublished: Jul 23, 2019 11:05:46 am
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वेडिय़ा-सांचौर (जालोर). भारतमाला परियोजना के तहत बन रही सड़क को लेकर क्षेत्र से गुजर रही नर्मदा मुख्य नहर पर वीरावा गांव की सरहद में वन विभाग की ओर से लगाए गए सैंकड़ो पौधे ठेकेदार ने उखाड़ दिए। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इससे बेखबर हैं। दरअसल, गांधव गांव के पुलिया से साता गांव तक भारतमाला परियोजना के तहत सड़क बन रही है। इसी सड़क में कई जगह ढलान को समतल करने के लिए आवश्यकता पडऩे पर ठेकेदार ने नर्मदा नहर के किनारे वन विभाग को सुपुर्द जमीन से रेत उठानी शुरू कर दी। यहां पूर्व में वन विभाग की ओर से लाखों पौधे लगाए गए थे, लेकिन ठेकेदार ने अपनी भरपाई के लिए वहां से रेत उठाने के साथ-साथ सैकड़ों पौधे भी उखाड़ दिए। ग्रामीणों के विरोध पर ठेकेदार का कहना है कि उसने इस कार्य के लिए संबंधित विभाग से अनुमाति ले रखी है। जबकि जब विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने किसी भी ठेकेदार को नहर के किनारे से रेत उठाने की कोई अनुमति नहीं दी है। ऐसे में यह साफ है कि नर्मदा व वन विभाग की आंखों में धूल झोंककर ठेकेदार ने अपने स्वार्थ के लिए ऐसा काम किया है।
वन विभाग को सौंप रखी है जमीन
क्षेत्र से गुजर रही नर्मदा नहर के किनारे नर्मदा विभाग की जमीन है और वह जमीन वन विभाग को पौधरोपण के लिए सौंपी हुई है। वन विभाग ने इसी जमीन पर हरियाली के लिए लाखों पौधे लगाए, लेकिन ठेकेदार ने यहां से मिट्टी उठाने के साथ साथ सैकड़ों पौधे भी उखाड़ दिए। इसके बावजूद ना तो नर्मदा विभाग को भनक लगी और ना ही वन विभाग को। मौके से ठेकेदार की ओर से जेसीबी से ट्रकों में काफी मात्रा में मिट्टी भरकर ले जाई गई। जिससे नहर के आस पास जहां पहले सैकड़ों पौधे थे, वहां अब दस से पंद्रह फीट गहरे गड्ढे नजर आ रहे हैं। कुछ पौधे दिखाने के लिए उसके पास रेत छोड़ रखी है और वो भी गिरने की कगार पर हैं।
अधिकारियों का यह जवाब
मामले को लेकर नर्मदा के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने साफ कह दिया कि उन्होंने किसी को भी नहर के किनारे से रेत उठाने की अनुमति नहीं दी है। अगर ऐसा मामला है तो शीघ्र ही जांच करवाकर ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा।
ग्रामीणों की शिकायत पर पहुंचे थे अधिकारी
गौरतलब है कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक तरफ वन विभाग जगह-जगह पौधे लगवा रहा है, वहीं दूसरी ओर वन विभाग के हाथों लगाए गए पौधे जेसीबी से रौंदे जा रहे हैं। वहीं नर्मदा विभाग की जमीन से हो रहे अवैध खनन के बारे में विभागीय अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। खास बात तो यह है कि ग्रामीणों की शिकायत पर एक बारगी नर्मदा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और नहर के किनारे हो रहे अवैध खनन को रुकवाया, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। ऐसे में कुछ ही दिन बाद वहां फिर से खनन शुरू हो गया।
इनका कहना…
सड़क निर्माण के नाम पर किसी भी विभाग से हमारे पास अनुमति के लिए प्रार्थना पत्र नहीं आया है। इस प्रकार के मामले की हमें जानकारी नहीं है। अगर ऐसा कोई मामला है तो कार्यवाही की जाएगी।
पिताम्बरदास राठी, तहसीलदार, सांचौर