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जालोर महोत्सव को लेकर शिक्षक संगठनों व प्रशासन में ठनी, कार्यक्रम के बहिष्कार की चेतावनी

locationजालोरPublished: Feb 12, 2020 11:27:05 am

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जालोर महोत्सव के बहिष्कार की चेतावनी

जालोर महोत्सव के बहिष्कार की चेतावनी

सांचौर. जालोर महोत्सव के आयोजन को लेकर को लेकर प्रशासन व शिक्षक संघों में तकरार होने से विवाद पैदा हो गया है। इसको लेकर शिक्षक संघ के पदाधिकारी जब एसडीएम को ज्ञापन देने पहुंचे तो एसडीएम व संघ के पदाधिकारियों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद शिक्षका संगठनों ने जालोर महोत्सव के बहिष्कार की चेतावनी दी है। वहीं दूसरी ओर एसडीएम ने इस मामले में शिक्षक संघ के कुछ लोगों पर बेवजह मुद्दा बनाने की बात कही। जबकि राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील व शारीरिक शिक्षक संघ ने जालोर महोत्सव के आयोजन में अयोग्य लोगों को शामिल करने, शिक्षक समाज व शारीरिक शिक्षकों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम पर अभद्र व्यवहार करने और अपमानित करने की बात कही। शिक्षक संघों ने लिखित में बताया कि जालोर महोत्सव को लेकर स्थानीय पंचायत समिति सभागार में बैठक का आयेाजन हो रहा था। जिसमें शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। बैठक में जालोर महोत्सव के आयोजन को लेकर अलग-अलग कमेटियों का गठन किया गया, जिसमें शिक्षक व शारीरिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों को स्थान नहीं दिया गया। जिसकी शिकायत एसडीएम से करने पर उन्होंने समस्या सुनने की बजाय धमकाते हुए बाहर चले जाने को कहा। जिससे शिक्षक वर्ग में एसडीएम के रवैये को लेकर गहरा रोष है।
महोत्सव के बहिष्कार की दी चेतावनी
शिक्षक संघ प्रगतिशील के जिलाध्यक्ष किशनलाल सारण ने बताया कि हर प्रशासनिक इवेंट में शिक्षक वर्ग सक्रियता से कार्य करता है, लेकिन ऐसे आयोजन के लिए उनके द्वारा की जा रही उपेक्षा से शिक्षक वर्ग में नाराजगी है। वहीं शारीरिक शिक्षक संघ ने खेल गतिविधियों में शारीरिक शिक्षकों को प्रभारी बनाने की बजाय सामान्य लोगों को प्रभारी बनाने पर नाराजगी जताई है। इससे युवाओ में खेल के प्रति के रूचि भी पैदा नहीं हो रही है।
इनका कहना…
जालोर महोत्सव के आयोजन की जिम्मेदारी तय करना प्रशासन का कार्य है। इस कार्य को लेकर शिक्षक संघ के कुछ पदाधिकारी आए थे। जिन्होने उंची आवाज में बात कर अव्यवस्था पैदा करने की कोशिश की। साथ ही कार्यक्रम के बहिष्कार की धमकी दे रहे थे। अभ्रद व्यवहार व गलत व्यवहार करने का आरोप निराधार है।
– भूपेन्द्र यादव, एसडीएम, सांचौर
जालोर महोत्सव में भागीदारी को लेकर एसडीएम के पास जब शिक्षक प्रतिनिधि मंडल पहुंचा तो उन्होंने ज्ञापन लेने की बजाय अभद्र व्यवहार कर वापिस लौटने का कहकर निकाल दिया। जिस पर संघ ने बैठक कर एसडीएम के व्यवहार की निंदा की है। साथ ही कार्यक्रम के बहिष्कार का निर्णय किया है।
– किशनलाल सारण, जिलाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील जालोर
प्रशासन की ओर से जालोर महोत्सव में खेल गतिविधियों के तहत इवेंट में मनमर्जी से व घर बैठे लोगों के नाम सूची में लिख दिए हैं। जबकि हम लोग बैठक में होने के बावजूद उपेक्षा की गई। एसडीएम ने अभद्र व्यवहार कर चले जाने तक कहा। जिसकी संघ निदा करता है। हम कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे।
– हरिराम सारण, प्रदेश कोषाध्यक्ष, राज. शारीरिक संघ
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