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नगरपरिषद की बैठक में इस बात को लेकर कांग्रेस पार्षदों ने किया हंगामा…

locationजालोरPublished: Jan 29, 2021 09:40:29 am

नगरपरिषद की साधारण बैठक गुरुवार को सभापति गोविंद टांक की अध्यक्षता में दोपहर डेढ़ बजे हुई। बैठक शुरू होने से पहले ही कांग्रेस पार्षदों ने अध्यक्षता कर रहे सभापति को ही सवालों के जवाब देने और उपसभापति अंबालाल व्यास व विधायक जोगेश्वर गर्ग को अन्य जगह बिठाने की बात पर जोरदार हंगामा खड़ा कर दिया

नगरपरिषद की बैठक में इस बात को लेकर कांग्रेस पार्षदों ने किया हंगामा...

जालोर. नगरपरिषद की साधारण बैठक में हांगाम करते कांग्रेस पार्षद।

जालोर. नगरपरिषद की साधारण बैठक गुरुवार को सभापति गोविंद टांक की अध्यक्षता में दोपहर डेढ़ बजे हुई। बैठक शुरू होने से पहले ही कांग्रेस पार्षदों ने अध्यक्षता कर रहे सभापति को ही सवालों के जवाब देने और उपसभापति अंबालाल व्यास व विधायक जोगेश्वर गर्ग को अन्य जगह बिठाने की बात पर जोरदार हंगामा खड़ा कर दिया। पार्षदों का कहना था कि उनके सवाल के जवाब सिर्फ और सिर्फ सभापति ही देंगे, क्योंकि वे बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। उपसभापति व विधायक हर बार उनके सवालों के जवाब देते हैं। इस पर सभापति का कहना था कि विधायक व उपसभापति का भी बैठक में जावब देने का पूरा अधिकार है। इसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने बैठक के एजेंडे में शामिल सभी मुद्दों को शहर के विकास से जुड़े नहीं होने व सभापति के निजी मुद्दे होने की बात कहते हुए बैठक का बहिष्कार किया। साथ ही इसे भाजपा की मीटिंग बताया। इसके बाद आयुक्त महिपालसिंह को ज्ञापन भी दिया। जिसमें सभापति टांक पर मनमानी का आरोप लगाते हुए बताया कि पिछली बैठक के मुद्दों पर आज तक अमल नहीं होने व इस बैठक में भी शहर के विकास से जुड़े मुद्दे नहीं होने के कारण १४ कांग्रेस, 5 मनोनीत व 4 निर्दलीय पार्षदों ने इसका विरोध जताया। इस दौरान सभापति हाय-हाय के नारे भी लगे। गौरतलब है कि भाजपा का बोर्ड बनने के बाद से अब तक कांग्रेस पार्षदों के विरोध व अन्य कारणों से तीन बैठकें निरस्त हो चुकी हैं। इसके बाद कोरोना काल के चलते बैठकें नहीं हो पाई और अब बार-बार इस तरह बैठकों को लेकर हंगामा हो रहा है। अब तक भाजपा बोर्ड की पहली परिचय मीटिंग, दूसरी साधारण बैठक सितंबर में व गुरुवार को तीसरी बैठक हुई है। इस बैठक में भाजपा व निर्दलीय कुल 22 पार्षदों ने भाग लिया। वहीं एजेंडे में शामिल 9 में से 8 प्रस्ताव पारित किए गए। नगरीय निकाय व डीएलबी की ओर से जारी मॉडल भवन विनियम 2020 का बोर्ड बैठक में अनुमोदन करने के मुद्दे पर अगली बैठक में चर्चा कर प्रस्ताव लिया जाएगा।
पहले किए साइन, फिर कहा निरस्त करो
कांग्रेस पार्षद लक्ष्मणसिंह सांखला के अनुसार बैठक शुरू होने से पहले पार्षद सांवलाराम, दिनेश माली व अमजद बाहर के रजिस्टर में हस्ताक्षर करवाए गए थे। बाद में उन्हें पता चलने पर हस्ताक्षर निरस्त कराने के लिए रजिस्टर मांगा गया, लेकिन रजिस्टर नहीं दिया गया। सभापति का कहना था कि रजिस्टर में कोई जबरन हस्ताक्षर नहीं करता। इसलिए अब निरस्त नहीं हो सकते।
वाल्मीकि समाज ने मांगी जमीन
बैठक के दौरान सायरमल सोलंकी के नेतृत्व में सफाईसेवकों ने वाल्मीकि समाज को सामुदायिक भवन के लिए जमीन देने की मांग रखी। जिस पर बोर्ड ने इसके लिए सहमति जताते हुए डीएलबी को प्रस्ताव भेजने की बात कही।
एजेंडे में ये थे 9 बिंदू
नगरपरिषद की इस बैठक के एजेंडे में कुल 9 बिंदू थे। जिन पर चर्चा की गई…
– शहर के चौराहों के सौंदर्यकरण के लिए गोद देने
– नगरपरिषद की जमीन का चिह्निकरण व चारदिवारी निर्माण
– सफाईकर्मी भर्ती 2018 में नियुक्त कार्मिकों के स्थायीकरण
– ईईएसएल कंपनी को रोडलाइट व रखरखाव के संबंध में बकाया बिलों के भुगतान
– कच्ची बस्तियों में सीवरेज कनेक्शन के लिए प्राप्त राशि का उपयोग करने व परिषद के लिए सीवरेज जेटिंग कम सक्शन मशीन खरीद के लिए स्वीकृति
– मृत आश्रितों को अनुकम्पात्मक नियुक्ति पर विचार-अनुमोदन
– नगरीय निकाय व डीएलबी द्वारा जारी मॉडल भवन विनियम २०२० का बोर्ड बैठक में अनुमोदन
– शहर का विस्तार होने से नई एलईडी रोडलाइट खरीद
– स्ट्रीट वेंडर्स का स्थान व शुल्क निर्धारण
इनका कहना…
कांग्रेस पार्षद नहीं चाहते की नगरपरिषद की मीटिंग हो और शहर के विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किए जा सकें। इसीलिए हर बार कांग्रेस पार्षद हंगामा खड़ा करते हैं। एजेंडे में नगरपरिषद की जमीन का चिह्निकरण कर चारदिवारी निर्माण, चौराहों को गोद देने, कच्ची बस्ती में सीवरेज, नई एलईडी खरीद व स्ट्रीट वेंडर्स का स्थान व शुल्क निर्धारण समेत शहर के विकास से जुड़े मुद्दे ही थे। बैठक में 22 पार्षद मौजूद थे और कोरम भी पूरा था।
– गोविंद टांक, सभापति, नगरपरिषद जालोर
कांगे्रस पार्षद नहीं चाहते कि शहर का विकास हो। उनके पास कोई मुद्दा ही नहीं होने से वे बार-बार बेवजह हंगामा और विरोध कर रहे हैं। बैठक शुरू होने के बाद चर्चा कर विरोध जताते। एजेंडे में शामिल सभी मुद्दे जनहित के ही थे। वहीं विधायक व उपसभापति पहले से ही मंच पर बैठते आए हैं।
– अम्बालाल व्यास, उपसभापति, नगरपरिषद जालोर
सभापति की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में हर बार उपसभापति व विधायक ही सवालों का जवाब देते हंै, जिसका हमने विरोध किया था। वहीं हर बार बैठक के बाद प्रोसीडिंग लिखी जाती है, लेकिन उस पर अमल नहीं होता। पिछली बैठक में अवैध कॉम्पलेक्स व अवैध निर्माण समेत कई मुद्दों पर चर्चा कर प्रस्ताव लिए, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। सुनने में आया है कि बुधवार को विधायक ने भाजपा पार्षदों की मीटिंग ली थी। जिसमें विपक्ष बैठक का बहिष्कार करे ऐसी रणनीति बनाई गई। ताकि भाजपाई मिलकर प्रस्ताव पारित कर सकें।
– बसंत सुथार, कांग्रेस पार्षद

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