जांच के लिए प्रवासी के घर गई चिकित्सा टीम को दी मारने की धमकी, पहुंची पुलिस
जालोरPublished: Apr 05, 2020 11:29:08 am
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जांच के लिए प्रवासी के घर गई चिकित्सा टीम को दी मारने की धमकी, पहुंची पुलिस
जालोर. इन दिनों पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से लडऩे के लिए एकजुट हो रखा है, लेकिन कुछ लोग ऐसी विकट परिस्थिति में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने के बावजूद उनकी दिक्कतें और बढ़ा रहे हैं। शनिवार को सियाणा कस्बे के निकट स्थित मायलावास गांव में कुछ ऐसा ही हुआ। यहां चेन्नई से आए एक प्रवासी रामसिंह पुत्र देवीसिंह की जांच के बाद चिकित्सा टीम ने उसे होम आइसोलेशन पर रखा हुआ था। साथ ही घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत भी दी गई थी। ऐसे में चिकित्सा टीम हर रोज की तरह शनिवार को भी इस प्रवासी के घर जांच के लिए पहुंची, लेकिन प्रवासी घर में रहने के बजाय बाहर कहीं गया हुआ था। इस पर टीम ने इस बारे में जानकारी चाही तो घर पर मौजूद उसके छोटे भाई ने धमकी भरे लिहाज में चिकित्साकमियों को मारने व आइन्दा से घर पर नहीं आने को कहा। मामला बढ़ते देख टीम में शामिल मेल नर्स द्वितीय विक्रम कुमार ने इसकी सूचना बीसीएमओ भजनलाल विश्नोई को दी। जिसके बाद विश्नोई ने इसी सूचना बागरा पुलिस को दी। जहां से पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं सियाणा सीएचसी प्रभारी डॉ. प्रदीप गुप्ता भी प्रवासी के घर पर पहुंचे। इसके बाद मायलावास सरपंच ने भी समझाइश की। बाद में युवक के पिता ने आगे से नियमों का पूरा पालन करते हुए प्रवासी को घर पर ही रखने का भरोसा दिलाया।
23 मार्च को आया था प्रवासी
चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चेन्नई से यह प्रवासी गत 23 मार्च को मायलावास पहुंचा था। ऐसे में 14 दिन तक उसे होम आइसोलेशन पर रखने के अलावा उसकी 28 दिन तक प्रतिदिन जांच की जाएगी। इस अवधि में उसमें कोरोना जैसे कोई लक्षण सामने नहीं आते हैं तो उसे स्वस्थ माना जाएगा।
पुलिस में दी रिपोर्ट
बीसीएमओ विश्नोई ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रवासी को पूर्व में भी धारा 188 के तहत पाबंद करते हुए घर पर रहने की हिदायत दी गई थी, लेकिन उसने इसका पालन नहीं किया। वहीं टीम की ओर से प्रवासी के घर के बाहर चस्पा किया गया नोटिस भी फाड़ा गया था। ऐसे में विभाग की ओर से बागरा पुलिस में रिपोर्ट देकर प्रवासी को फिर से पाबंद किया गया। आगे से नियमों का उल्लंघन करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पत्रिका अपील : ये आप ही की सुरक्षा के लिए है…
दरअसल, जिले भर में लॉकडाउन के तहत घर पहुंचने वाले प्रवासियों की चिकित्सा टीम की ओर से जांच की जा रही है। साथ ही उन्हें होम आइसोलेट कर घर पर रहने के लिए पाबंद करने के साथ घरों के बाहर नोटिस भी चस्पा किए जा रहे हैं। यह सब चिकित्सा विभाग आप और आपके परिवार की ही सुरक्षा के लिए कर रहा है। ऐसे में इसका विरोध करने के बजाय प्रशासन का इसमें सहयोग करें।
इनका कहना…
क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे व प्रवासियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए टीम गठित कर रखी है। मायलावास गांव में टीम चेन्नई से लौटे एक प्रवासी के घर जांच के लिए गई थी। उस समय प्रवासी घर पर नहीं मिला। पूछने पर उसके छोटे भाई ने धमकी भरे लहजे में टीम के साथ बदतमीजी की। जिसके बाद बागरा पुलिस व चिकित्सा टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान सरपंच और युवक के पिता ने आगे से ऐसी गलती नहीं दोहराने की बात कही। बाद में थाने में रिपोर्ट भी लिखवाई गई।
– भजनलाल विश्नोई, बीसीएमओ
मायलावास कस्बे में चेन्नई से आए एक प्रवासी की होम आइसोलेशन के दौरान जांच के लिए टीम सहित गए थे, लेकिन वह घर में नहीं था। इस दौरान वहां मौजूद उसके छोटे भाई ने मारने की धमकी देते हुए आइन्दा घर नहीं होने को कहा। वहीं घर के बाहर चस्पा किया गया नोटिस भी फाड़ा हुआ था। इसके बाद उच्चाधिकारियों व पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
– विक्रमकुमार, मेल नर्स द्वितीय, सियाणा