देरी से पहुंची टीम
नेहड़ के रिड़का गांव की सरहद में नदी किनारे टिड्डी के रात भर पड़ाव की जानकारी ग्रामीणों की ओर से दी गई, लेकिन सर्च व ऑपरेशन टीम अगले दिन देरी से पहुंची। साढ़े दस बजे पड़ाव स्थल से दूर उड़ती टिड्डी का लोकेशन मिलने से ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया। टिड्डी पड़ाव से अन्य जगह उड़ गई।
पड़ाव की जगह नहीं हो पाई लोकेड
टिड्डी आने के बाद से लेकर पिछले पांच दिन से टिड्डी नियंत्रक दल सुबह देरी से पहुंच रहा है। जिससे एक बार भी टीम टिड्डी के पड़ाव की जगह को लोकेट नहीं कर पाई है। ऐसे में टिड्डी ने कहां-कहां अंडे दिए होंगे, नियंत्रक दल को इसकी भी कोई जानकारी तक नहीं है। जिससे किसानों को खेतों में बोई फसल पर खतरा की संभावना है।
कृषि पर्यवेक्षक के भरोसे नेहड़ के किसान
नेहड़ के गांवों में टिड्डी आने के बाद में उसके बचाव व उपाय की जानकारी देने के लिए नेहड़ में महज एक कृषि पर्यवेक्षक है। कृषि अधिकारी एक बार कुछ देर के लिए दौरा करने जरूर पहुंचे, लेकिन बाद में लौटकर नहीं आए।
इनका कहना…
ग्रामीणों के सहयोग से पड़ाव की १०.३० बजे लोकेशन पता चली, लेकिन टिड्डी उड़ जाने से ऑपरेशन पूरा नहीं हो सका।
– केसाराम, पटवारी, जोरादर
टिड्डी के पड़ाव की जानकारी मिलने के बाद अगले दिन अलसुबह ऑपरेशन करना होता है। इस बारे में मैं बात करता हूं।
– जब्बरसिंह, एसडीएम, चितलवाना
अलसुबह पड़ाव की जगह हमें टिड्डी नहीं मिली। लेट होने से ऑपरेशन नहीं हो पाया। रिड़का में टिड्डी दल चल रहा है। सोमवार सुबह ऑपरेशन करेंगे।
– बीआर मीणा, सहायक निदेशक, टिड्डी नियंत्रक, जालोर