हर जगह बेरियर डालकर अवरोध
इस मार्ग पर चलने वाले वाहन चालकों ने बताया कि कार्यकारी एजेंसी के कार्मिक अपनी मनमानी चला रहे हैं। कार जितनी साइज में आने वाली मिनी बसों को भी रोक रहे हैं। मिनी बसें जिस भी मार्ग से गुजर रही हो उसी जगह बेरियर लगाकर अवरोध डाल रहे हैं। इससे वाहन चालकों की समस्या बढ़ रही है। आसपास के गांवों से ग्रामीण रूट पर चलने वाली मिनी बसें भी लम्बी दूरी से गुजारनी पड़ रही है।
लम्बी दूरी से गुजरने की मजबूरी
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि फाटक से गुजरने वाले रास्ते पर मिनी बसें तो क्या बड़ी बसें भी आराम से गुजर सकती है, लेकिन कार्यकारी एजेंसी के कार्मिक मनमानी चला रहे हैं। इससे नारणावास-खेजड़ला या नारणावास-धवला होते हुए बसें निकालनी पड़ रही है। ये दोनों ही रास्ते लम्बे व दुरूह रास्ता होने से यात्रियों को भारी समस्या हो रही है। बसों का मैंटेनेंस बढ़ रहा है सो अलग।
बेरियर ठीक करवाए हैं…
हादसे की जानकारी मिलने पर अधिकारी मौके पर गए थे। कार्यकारी एजेंसी के इंजीनियर से बात कर बेरियर के बीच की दूरी बढ़वा दी है। हादसे में एक्सइएन बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है।
– तेजाराम चौधरी, कार्यवाहक अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी, जालोर