scriptजालोर जिले के जाखल में सरकारी स्कूल के उद्घाटन को पहुंचे धोनी, बोले-समय मिला तो फिर आउंगा मारवाड़ के भोजन का स्वाद चखने | Mahendra Singh Dhoni in Jakhal Sanchore Jalore | Patrika News

जालोर जिले के जाखल में सरकारी स्कूल के उद्घाटन को पहुंचे धोनी, बोले-समय मिला तो फिर आउंगा मारवाड़ के भोजन का स्वाद चखने

locationजालोरPublished: Mar 04, 2021 12:40:30 pm

सांचौर क्षेत्र के जाखल गांव में नवनिर्मित संघवी तीजा बेन मिश्रीमल कटारिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का लोकार्पण समारोह क्रिकेट महेन्द्रसिंह धोनी, वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई व सांसद देवजी पटेल के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते क्रिकेटर महेन्द्रसिंह धोनी ने कहा कि राजस्थानी संस्कृति और सभ्यता की दुनिया में अलग ही पहचान है

जालोर जिले के जाखल में सरकारी स्कूल के उद्घाटन को पहुंचे धोनी

जालोर जिले के जाखल में सरकारी स्कूल के उद्घाटन को पहुंचे धोनी

सांचौर. क्षेत्र के जाखल गांव में नवनिर्मित संघवी तीजा बेन मिश्रीमल कटारिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का लोकार्पण समारोह क्रिकेट महेन्द्रसिंह धोनी, वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई व सांसद देवजी पटेल के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते क्रिकेटर महेन्द्रसिंह धोनी ने कहा कि राजस्थानी संस्कृति और सभ्यता की दुनिया में अलग ही पहचान है। यहां की भाषा और खान पान को देखने और अपनाने बाहर के लोग आते हैं। उन्होंने राजस्थानी खान-पान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हे भी यहां का दूध और दही खाने का मन करता है, लेकिन समय की कमी की वजह से वे इसका लुप्त नहीं उठा पा रहे हैं। उन्होंने भविष्य में समय निकालकर फिर से यहां आने का युवाओं से वादा किया। धोनी ने कहा कि दानदाता की ओर से तैयार किए गए इस भवन की जब नींव रखी गई थी, तब दानदाता परिवार से मैंने इसकेे उद्घाटन समारोह में आने का वादा किया था, जो आज पूरा हुआ। उन्होंने स्कूली बच्चों से कहा कि विद्यालय में अच्छी सुविधा का लाभ उठाकर वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कर विद्यालय व परिवार का नाम रोशन करें। वहीं उन्होंने विद्यालय परिवार का आभार जताया। वन एवं पर्यावरण मंत्री बिश्नोई ने कहा कि प्रतिस्पद्र्धा के दौर में दानदाता की ओर से विद्यालय भवन का निर्माण कर लोकार्पण करना प्रेरणास्पद है। उन्होंने इसी प्रकार भामाशाहों से सदैव विद्यालयों के विकास व संसाधन जुटाने के लिए भागीदारी निभाने की बात कही। सांसद पटेल ने कहा कि भामाशाह की ओर से निर्मित इस विद्यालय में बच्चों को शांत वातावरण के साथ उच्च शिक्षण का लाभ मिलेगा। उन्होंने भामाशाह परिवार का इस सकारात्म व पुण्य कार्य के लिए आभार जताते हुए इस प्रकार शिक्षा के प्रति जागृति पैदा करने के क्रांतिकारी कार्य को अनुकरणीय पहल बताया। इस मौके भाजपा नेता दानाराम चौधरी, सरंपच कमला बिश्नोई, पंचायत समिति सदस्य रामप्यारी, रामावतार मांजू, पूनमाराम खीचड़, हिन्दूसिंह, महेन्द्रसिंह राव, कर्णसिंह, बीरबल बिश्नोई, वर्षा बिश्नोई, कपूरचंद संघवी, बाबूलाल मेहता, दानदाता मिश्रीमल कटारिया, प्रधानाचार्य किशनलाल, दिनेश पुरोहित, सोहनलाल जांणी, गणपतलाल पुरोहित, केसाराम मेहरा व सुखराम खोखर सहित कई जने मौजूद थे।
उमड़ी भीड़ तो पुलिस ने भांजी लाठियां, 1.39 मिनट का भाषण देकर चले गए धोनी…
क्रिकेटर धोनी कार्यक्रम स्थल पर ज्यों ही पहुंचे, उनके इंतजार में खड़ी युवाओं की भीड़ उन्हें देखने दौड़ पड़ी। जिससे कार्यक्रम में भगदड़ मचने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। जिससे अफरा-तफरा का माहौल हो गया। अचानक घटे इस घटनाक्रम को कोई नहीं समझ पाया। दोपहर करीब 1.30 बजे निर्धारित समय पर क्रिक्रेटर धोनी का काफिला ज्यों ही विद्यालय के पिछले दरवाजे से पहुंचा तो वहां मौजूद युवाओं की भीड़ उन्हें देखने विद्यालय के मुख्य द्वार की ओर दौड़ पड़ी। इस दौरान युवाओं को रोकने के लिए पुलिस ने आनन-फानन में लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। ऐसे में कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि घटना के दौरान धोनी विद्यालय के बच्चों से बंद कमरे में बातचीत कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर यह अफरा-तफरी का माहौल धोनी के आने से लेकर जाने तक लगातार जारी रहा।
भीड़ के कारण नहीं काट पाए फीता
बच्चों से बातचीत के बाद विद्यालय भवन का फीता काटने की रस्म भी धोनी पूरी नहीं कर पाए। ऐसे में भीड़ की वजह से फीता काटने की औपचारिकता तो की, लेकिन फीता नहीं कट पाया। ऐसे में वे फीते के नीचे से निकलकर मंच की ओर बढ़ गए। इस दौरान मंच पर मंत्री बिश्नोई व सांसद की मौजूदगी में दीप प्रज्ज्वल कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान मंच पर भी युवाओं की भीड़ चढऩे लगी। वहीं पांडाल में बैठे लोग भी खड़े होकर धोनी की एक झलक पाने को आतुर दिखाई दिए। ऐसे में पूरे पांडाल में हंगामा होता रहा। जब धोनी भाषण देने खड़े हुए तो भी हो-होल्ला होता रहा। ऐसे में कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। कार्यक्रम में शामिल होने वाली महिलाओं व ग्रामीणों को भी इससे भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। कार्यक्रम स्थल पर धोनी संक्षित भाषण महज 1 मिनट 39 सैंकड में पूरा कर रवाना हो गए।
समय का अभाव, वरना दूध-दही खाता…
धोनी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि राजस्थानी खाने की मेहमानवाजी का कोई मुकाबला नहीं है और इसका मजा भी लेने का जी कर रहा है, लेकिन समय का अभाव होने से वे इसका जायका नहीं ले पा रहे हैं। देसी दूध, दही, घी, छाछ व राजस्थानी भोजन का कोई मुकाबला नहीं है। इसके लिए समय निकाल कर आऊंगा। उन्होंने युवाओं से वादा किया कि दोबारा जब भी आना होगा तो समय निकालकर मेहमानवाजी का पूरा आनंद लेंगे।
बच्चे बोले-वल्र्डकप जीते तब कितने प्र्रेशर में थे?
जाखल में भामाशाह की ओर से निर्मित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे धोनी कार्यक्र्रम में पहुंचने से पहले बच्चों के बीच पहुंचे और करीब 10 मिनट तक चर्चा की। इस दौरान बच्चों ने धोनी से सवाल करने पर धोनी ने उतने ही सरलता से जबाब भी दिए। इस दौरान बच्चों ने पूछा कि 2011 में वल्र्ड कप जीते थे, तब वे कितने प्रेशर में थे? तो धोनी ने कहा कि वे बहुत प्रेशर में थे और उनका लक्ष्य देश के लिए यह खिताब जीतना था। इसी तरह बच्चों ने पूछा कि जब उन्होंने मैच के आखिर में जो ***** लगाया तब क्या महसूस किया। इस पर धोनी बोले कि यह निर्णायक ***** था। जिसने इंडिया को ट्रोफी दिलाई। जब बच्चों ने पूछा कि वे जब दूसरों के नेतृत्व में खेलते हैं तो आप क्या दबाव महसूस करते हैं, तो धोनी बोले हां बिल्कुल दबाव रहता है। जैसे सिर पर 50 किलो का वजन हो, लेकिन वे सबसे पहले आत्मविश्वास जगाते हैं। ताकि खुलकर प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने बच्चों से भी कभी निराश होकर बैठने की बजाय आत्मविश्वास जगाकर आगे बढऩे की बात कही।
बच्चों को दिया ऑटोग्राफ
धोनी ने कार्यक्रम से पहले बच्चों को ऑटोग्राफ भी दिए। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे भी एक दृढ़ लक्ष्य के साथ आगे बढ़ें। ताकि सफलता प्राप्त कर विद्यालय व परिवार का नाम रोशन कर सकें। इस दौरान बच्चों ने अपनी नोट बुक पर धोनी के ऑटोग्राफ लिए। वहीं विद्यालय में बच्चों के खेलने के बैट पर ऑटोग्राफ देते हुए लिखा ऑल दा वेरी बेस्ट। धोनी दोपहर करीब 1.30 बजे पहुंचे और करीब 2.10 बजे रवाना हो गए।
धोनी का किया जगह जगह किया स्वागत
क्रिकेटर महेंद्रसिंह धोनी का सांचौर आगमन पर जगह जगह पर युवाओं की ओर से उनका स्वागत और अभिनंदन किया गया। इस दौरान गुजरात बॉर्डर पर राजस्थानी परंपरा के तहत उनका पट्टू ओढ़ाकर सत्येंद्र बिश्नोई के नेतृत्व में स्वागत किया गया। प्रतापपुरा सरहद स्थित आशापुरा माता मंदिर परिसर में धोनी का माला व साफा पहनाकर राजस्थानी परंपरा से स्वागत किया गया। इस दौरान शहर से गुजरते समय नेशनल हाइवे पर भी युवाओं ने हाथ उठाकर धोनी का अभिवादन किया। स्वागत से अभिभूत धोनी ने युवाओं को बेट पर ऑटोग्राफ भी दिए। वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम स्थल पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जाखल में भी धोनी का साफा व माला पहना कर अभिवादन किया गया। इस दौरान विद्यालय की बालिकाओं ने धोनी का मंगल तिलक लगाकर अगुवानी की। कार्यक्रम के दौरान महेंद्रसिंह राव व एबीवीपी नेता रोबिनसिंह ने भी धोनी का अभिनंदन किया।
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