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इस तरह खुले में फेंक रहे मेडिकल वेस्ट

locationजालोरPublished: Jul 21, 2019 10:45:50 am

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Bio medical waste in Rainwara

इस तरह खुले में फेंक रहे मेडिकल वेस्ट

रानीवाड़ा. शहर में गली-गली चल रहे नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेंटर शहरवासियों की सेहत को खतरे में डाल रहे हैं। यहां अवैध रूप से चल रहे कई नर्सिंग होम और पैथोलॉजी सेंटर्स से रोजाना निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट को इंसीनेटर में डिस्पोज कराना तो दूर, अस्पताल संचालक खुले में फिंकवा रहे हैं। वहीं इसकी निगरानी की जिम्मेदारी निभाने वाले पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड और बीसीएमओ भी जिम्मेदारी मानने के बजाय एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ पल्ला झाडऩे में लगे हैं। कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मात्र एक बायो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजर बालोतरा में है। जहां पर किसी निजी अस्पताल का रजिस्टे्रशन नहीं होने की जानकारी विभाग को है। इसके बावजूद विभाग की ओर से कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। उधर, रानीवाड़ा के उत्तम पुरोहित ने बताया कि डोडवाडिया-रानीवाड़ा आम रास्ते पर खाली व अवधिपार दवाएं किसी निजी अस्पताल से खुले में फेंकी गई है। विभाग को अवगत करवाने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई है।
बोलातरा में होता है वेस्ट का डिस्पोजल
हॉस्पिटल मैनेजमेंट को हॉस्पिटल से निकलने वाला वेस्ट तीन हिस्सों में बांटना होता है। इसमें ब्लड व मानव अंग जैसी चीजों को लाल रंग के डिब्बे में, कॉटन, सिरिंज व दवा पीले डिब्बे में व मरीजों के खाने की बची-खुची चीजों को ग्रीन डिब्बे में डाला जाता है। वहीं इन डिब्बों में लगी पॉलिथीन आधी भरने के बाद इसे पैक कर अलग रख दिया जाता है।
खुले में डाल रहे मेडिकल वेस्ट
शहर में चल रहे अवैध अस्पतालों के संचालकों की मनमानी का आलम ये है कि अस्पताल से निकलने वाला कचरा भी संचालकों की ओर से खुले में ही इधर-उधर फिंकवाया जा रहा है। जिसके चलते जानवरों ही नहीं, बल्कि आम आदमी को भी इससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है। यही नहीं प्लास्टिक सीरिंज और कांच का वेस्टेज कबाडिय़ों को बेचा जाता है। पॉलीथिन उठाने वाले लोग भी इस वेस्ट को कबाडिय़ों को बेच देते हैं। इसके अलावा काफी संख्या में बिना रजिस्टे्रशन के चल रहे क्लीनिक और नर्सिंग होम के संचालक भी अवैध रूप से मेडिकल वेस्ट को खुले में डाल रहे हैं।
यहां डेली डिस्पोजल
बीसीएमओ बाबुलाल पुरोहित ने बताया कि उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का वेस्ट बालोतरा में बने इंसीनेटर में डिस्पोज कराने के लिए भेजा जाता है, लेकिन क्षेत्र में अन्य अस्पतालों का रजिस्टे्रशन भी नहीं करवाया हुआ है जो मानव जीवन व पशुओं के लिए घातक है।
रोजाना काफी मात्रा में निकलता है वेस्ट
बता दें कस्बे सहित क्षेत्र में काफी संख्या में प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिंग होम चल रहे हैं। जहां से रोजाना काफी मात्रा में मेडिकल वेस्ट निकलता है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन सभी के मेडिकल वेस्ट को बालोतरा में बने इंसीनेटर में डिस्पोज कराने भेजा जाता है, लेकिन सूत्रों की मानें तो गली मोहल्लों में चल रहे इन अवैध नर्सिंग होम और क्लीनिक के मेडिकल वेस्ट निस्तारण का कोई इंतजाम नहीं है। इनके संचालक मेडिकल वेस्ट को खुले में ही फिंकवा रहे हैं। पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड को भी इसकी कोई जानकारी तक नहीं है।
यह है मेडिकल वेस्ट के निस्तारण का नियम
जिले में संचालित सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए उचित इंतजाम करना बेहद जरूरी होता है। इंसीनेटर में ही इस वेस्ट को डिस्पोज करना जरूरी है। पुरुष और महिला अस्पतालों के अलावा ब्लॉक की पीएसची और सीएचसी के मेडिकल वेस्ट डिस्पोज करने की जिम्मेदारी बालोतरा की फर्म को सौंपी गई है। फर्म मेडिकल वेस्ट का डिस्पोजल बालोतरा में लगी साइट पर करती है। कंपनी की ओर से वेस्ट उठाने के साथ ही अस्पतालों को वेस्टेज बैग, प्रोटेक्शन यूनिट, मास्क, केमिकल आदि की सप्लाई करने की भी जिम्मेदारी है।
इनका कहना…
रास्ते में पड़ी दवाओं की सूचना मेरे पास आई है। बीसीएमओ और उनकी टीम से इसकी जांच करवाई जाएगी। निजी अस्पताल संचालकों को भी इसके लिए पाबंद किया जाएगा।
– प्रकाशचंद्र अग्रवाल, एसडीएम, रानीवाड़ा
मेडिकल वेस्ट निस्तारण कराने की जिम्मेदारी पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की है। बोर्ड से जारी लाइसेंस के आधार पर ही निजी अस्पतालों व लेब का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। रानीवाड़ा में खुले में दवा फेंकी गई है तो समस्त अस्पताल व मेडिकल स्टोर पर जांच की जाएगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ बाबुलाल पुरोहित, बीसीएमओ, रानीवाड़ा
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