खुद की बेटी की कक्षा में पढऩे वाली नाबालिग से नजदीकी बढ़ाने की कोशिश पड़ी जान पर भारी
जालोर. अपनी बेटी की कक्षा में पढऩे वाली एक नाबालिग लड़की से नजदीकी बढ़ाना हैड कांस्टेबल सोनाराम को भारी पड़ा और वह उसकी हत्या का कारण भी बना। पुलिस ने मामले में नाबालिग को दस्तयाब कर सम्प्रेषण गृह भेजा है।
जालोर शहर के भीनमाल रोडपर हैडकांस्टेबल की हत्या के मामले में एक नाबालिग लड़की ने घटनाक्रम की रात मृतक सोनाराम को कॉल करके मौके पर बुलाया। मोबाइल कॉल डिटेल में इसका खुलासा हुआ है। घटना स्थल से कुछही दूरी पर बालिका का घर है। सोनाराम मौके पर पहुंचा, लेकिन पहले से मौजूद आरोपितों ने उस पर धारदार हथियार और लाठियों से वार कर गंभीर घायल कर दिया था। बाद में
जोधपुर ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार एक आरोपित से लड़की के अंतरंग संबंध बताए जाते हैं और हैड कांस्टेबल ने भी उससे नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की। यह लड़की मृतक सोनाराम की बेटी की सहपाठी भी है।
50 से अधिक कॉलिंगमामला संदिग्ध होने तथा पहले स्तर पर ही लड़की की भूमिका सामने आने पर पुलिस ने इस मामले में आरोपितों से पूछताछ की। साथ ही कॉल डिटेल भी निकलवाई। इस मामले में हैड कांस्टेबल के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकलवाई गई, जिसमें काफी तथ्य सामने आ गए और इस मामले में भीनमाल रोड पर रहने वाली ही एक नाबालिग बालिका की भूमिका सामने आई। पुलिस के अनुसार यह लड़की जोगेंद्र की 2 साल से प्रेमिका है और यह पूरा घटनाक्रम इसके कॉल से शुरूहुआ। पुलिस के अनुसार हैड कांस्टेबल और जोगेंद्र के बीच रंजिश थी। ऐसे में उसने हैड कांस्टेबल से बदला लेने की ठानी। हैड कांस्टेबल सोनाराम भी इसी लड़की के चक्कर में था और इसी कारण से जोगेंद्र से उसकी रंजिश हुई। जिस दिन घटनाक्रम हुआ उस दिन पूरे दिन में इस बालिका ने घटनाक्रम को मैनेज करने के लिए लगातार दोनों पक्षों को कॉलिंग की। इस बात की पुष्टि कॉल डिटेल में भी मिली है। इस दिन हैड कांस्टेबल और आरोपित जोगेंद्र को 50 से अधिक बार कॉल किए गए। जिसके बाद मौका पाकर जोगेंद्र और उसके साथियों ने हैड कांस्टेबल को मार डाला।
झांसे का परिणाम पुलिस का कहना है हैड कांस्टेबल की इस लड़की पर नजर थी और यही इस पूरे घटनाक्रम का कारण भी बना। इस दिन दिनभर कॉलिंग का दौर चला और किसी तरह हैडकांस्टेबल को मौके पर बुलाने का प्रयास किया गया। आखिरकार हैडकांस्टेबल इस लड़की के फोन के झांसे में आ गया और रात 8 बजे वह इस लड़की के घर के पास जो एक होटल भी है।वहां पहुंचा, लेकिन फिर लौट गया। इसके बाद फिर से वह 9 बजे वहां पहुंचा और किसी कारण से लौट आया। आखिरी कॉलिंग 11 बजे हुई। जिसके बाद वह लड़की के झांसे में आ गया और मौके पर पहुंचा। जिसके बाद मौके पर घात लगाए बैठे तीनों आरोपितों ने हैडकांस्टेबल पर वार कर उसे घायल कर दिया।
आरोपित जेल मेंबुधवार रात को हैड कांस्टेबल की हत्या के मामले में गिरफ्त में आए आरोपित जोगेंद्र उर्फ जोगाराम वाल्मीकि, अजय उर्फ विजय पुत्र संतोष कुमार वाल्मीकि तथा गजेंद्र उर्फ राहुल पुत्र नरपत वाल्मीकी का पुलिस रिमांड शनिवार को पूरा हुआ। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। वहां से उन्हें जेल भेजा गया।
संबंध ऐसे कि हर बात मानती गईपुलिस अनुसंधान में सामने आया कि हत्या के आरोपित जोगेंद्र ने लड़की को इतना प्रभावित कर रखा था कि वह उसकी हर बात मानती थी।बताया जा रहा है यह लड़की ही दोनों में दुश्मनी का कारण बनी। इधर, इसी लड़की को आगे कर आरोपितों ने हैडकांस्टेबल को मौके पर बुलाया और वारदात को अंजाम दिया। हैड कांस्टेबल को यह तक आभास नहीं हुआ कि जिस लड़की के झांसे में वह जा रहा है वह उसकी मौत का कारण बनेगा।
इनका कहनाइस मामले में नाबालिग लड़की की भूमिका सामने आई है। पूछताछ में घटनाक्रम को मैनेज करने में इस लड़की की बड़ी भूमिका रही। इस लड़़की और जोगेंद्र के बीच अंतरंग प्रसंग भी थे और इसी के कहने पर हैडकांस्टेबल मौके पर पहुंचा। जिसके बाद यह घटनाक्रम हुआ।
– वगतसिंह, जांच अधिकारी