खुशनुमा बने रहे मौसम के मिजाज
उधर, मौसम के करवट बदलते ही वातावरण खुशनुमा हो चुका है। शहर में शनिवार को घनघोर घटाएं छाई रही। दिनभर शीत बयार चलने से लोगों ने गर्मी से राहत का अहसास किया। हालांकि बादलों की आवाजाही रहने से दिनभर बारिश की उम्मीद बनी रही, लेकिन शाम तक भी बादल नहीं बरसे।
बारिश से अरंडी को पहुंचा फायदा
मानसून की देरी से किसानों ने अरंडी की बुवाई भी कुछ देरी से की थी। इस बारिश से अरंडी को काफी फायदा होगा। किसान नैनाराम ने बताया कि अरंडी की फसल को सिंचाई मिल रही है। बगदाराम ने बताया कि समय-समय पर हुई बारिश के कारण अरंडी की फसल को जीवनदान मिलता रहा। फसल अच्छी होने का अनुमान है।
उम्मेदपुर. कस्बे समेत आसपास के गांवों में बारिश से फसलों में खराबा हुआ है। इससे किसान चिंतित है। आसपास के मोरू, मालपुरा, पचानवा सहित कई गांवों में अचानक हुई बारिश के बाद किसानों को संभलने का मौका भी नहीं मिला। हालांकि अरंडी के लिए बारिश फायदेमंद है, लेकिन फसल खराब हो गई। पचानवा निवासी सुरेन्द्रसिंह बालोत ने बताया कि मूंग व तिल की फसलों में नुकसान हुआ है। खेतों में कटी पड़ी फसल और पकने के कगार पर खड़ी फसलों को नुकसान का अंदेशा है।
मुआवजा दिलाने की मांग
आहोर. विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने शनिवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर विधानसभा क्षेत्र के गांवों में मूसलाधार बारिश से खराब हुई फसलों का सर्वे करवाकर पीडि़त किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की। ज्ञापन में बताया कि विधानसभा क्षेत्र में खेतों में खड़ी एवं काटी गई फसलें पूरी तरह से खराब हो गई है। फसल तबाह होने से काश्तकारों को भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार से शीघ्र विधानसभा क्षेत्र के गांवों में सर्वे करवाकर किसानों को फसल खराबे का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की। (mla demand to government)