लो अब बिना सूचना पहुंची एमपी पुलिस, मौका पाकर फरार हो गया पूनासा सरपंच
- इससे पूर्व जालोर में भीमसिंह एनकाउंटर में आंध्रा पुलिस भी सवालों के घेर में है,

जालोर/ भीनमाल. जालोर जिले में आंध्रा पुलिस द्वारा भीमसिंह एनकाउंटर अब तक सवालों के घेरे में है। क्योंकि इस मामले में आंध्रा पुलिस द्वारा स्थानीय पुलिस को किसी तरह की पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। इस बीच शुक्रवार को एक बार फिर से बाहरी पुलिस बिना किसी सूचना के जालोर जिले के पूनासा में पहुंची और वहां सरपंच की गिरफ्तारी का प्रयास किया। इस बार मध्यप्रदेश से नीचम पुलिस यहां पहुंची। सरपंच आपराधिक प्रवृत्ति का है, लेकिन पुलिस किस मामले में इसे गिरफ्तार करने पहुंची। यह जालोर जिले के पुलिस के आला अधिकारी तक को पता नहीं है। ऐसे में एक बार फिर से नियम विरुद्ध जालोर जिले में एंट्री पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
लोगों सकते में आ गए
पूनासा गांव में शुक्रवार को एक मामले में पूनासा सरपंच प्रकाश विश्नोई की गिरफ्तारी के लिए पहुंची एमपी पुलिस के वाहन के आगे केंपर खड़ा कर सरपंच प्रकाश विश्नोर्ई फरार हो गया। मध्यप्रदेश पुलिस का वाहन केंपर के टकराने से क्षतिग्रस्त हो गया। पूनासा गांव के गोलिया रोड पर घटनाक्रम काफी देर तक चलता रहा। ग्रामीणों को भी एकबारगी माजरा समझ में नहीं आया। सूचना पर पुलिस निरीक्षक कैलाशचन्द्र मीणा भी मौके पर पहुंचे। हालांकि इस संबंध में समाचार लिखे जाने तक मामला दर्ज नहीं हुआ। पुलिस निरीक्षक मीणा ने बताया कि मध्यप्रदेश नीमच पुलिस की टीम सरपंच को गिरफ्तार करने के लिए वारंट लेकर पहुंची थी। पुलिस टीम गोलिया की ओर से उनका पीछा कर रह थी, उस दौरान उसने सडक़ पर वाहन खड़ा कर भागने लगा। जिस पर पुलिस ने उनका पीछा कर पकड़ लिया। बाद में लोगों ने उसे छुड़ाया, तो सरपंच मौके से फरार हो गया। दोनो वाहन टकराने से पुलिस जीप भी क्षतिग्रस्त हो गई।
आपराधिक प्रवृत्ति का है प्रकाश
भीनमाल थाना प्रभारी कैलाशचंद्र मीणा के अनुसार नीचम पुलिस किसी पुराने प्रकरण में वारंट लेकर पहुंची थी। हालांकि पुलिस ने किसी तरह की पूर्व सूचना नहीं दी। मीणा के अनुसार सरपंच के खिलाफ पूर्व में 10 के करीब मामले मारपीट, आम्र्स एक्ट, तस्करी समेत दर्ज है। इधर, नीचम पुलिस मामले में आरोपित की गिरफ्तारी के लिए जुटी रही। मामले के बाद नीमच पुलिस भी स्थानीय पुलिस के साथ भीनमाल थाने पहुंची।
सरपंच का कहना
मेरे पर पूर्व में तीन बार हमला हो चुका है। हमला करने वाले लोग भी उनके साथ थे। मैं एक शादी समारोह में भाग लेकर लौट रहा था। मुझे पता नहीं वो कौन थे। मेरे को पकडऩे के बाद लोगों ने बीच-बचाव कर छुड़वाया है। वे खुद को पुलिसकर्मी बता रहे थे। उनके साथ स्थानीय पुलिसकर्मी एक भी साथ नहीं था।
प्रकाश विश्नोई, सरपंच-पूनासा
नहीं दी सूचना
पूनासा में एमपी पुलिस की पूर्व में कोई सूचना नहीं दी गई थी। बाद में सूचना मिली थी, जिस पर भीनमाल से पुलिस भी मौके पर पहुंची है। किस मामले में पुलिस यहां पहुंची यह जानकारी नहीं है।
- विकास शर्मा, एसपी, जालोर
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