सरपंच की शिकायत के बाद भी पुलिस मौन, अतिक्रमी करवा रहा निर्माण कार्य
जालोरPublished: Nov 20, 2019 10:06:14 am
– चला दी जेसीबी और शुरू कर दिया निर्माण कार्य
– चला दी जेसीबी और शुरू कर दिया निर्माण कार्य
जालोर. मांडवला ग्राम पंचायत में पिछले 22 अगस्त को सरपंच की अगुवाई में आंवलोज मार्ग से अतिक्रमण हटाया गया था। जिसके बाद यह क्षेत्र ग्राम पंचायत की निगरानी में था। लेकिन इस बीच फिर से अतिक्रमी ने यहां पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया। सरपंच ने इस मामले में एसपी जालोर से गुहार भी लगाई है। जिसमें बताया गया है कि यह क्षेत्र ग्राम पंचायत का है। आंवलोज मार्ग पर भगवानाराम मेघवाल ने कूटरचित दस्तावेज के आधार पर पट्टा जारी करवाने के बाद इसका बेचान कर दिया था। इसका बेचाना वागाराम पुत्र कानाजी चौधरी को किया गया था। इस बारे में ग्राम पंचायत को जानकारी लगने पर ग्राम पंचायत ने 22 अगस्त 2019 को कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाया था और अतिक्रमण का सामान वहीं सीज कर दिया गया था। मामले में अतिक्रमण ने जालोर थाने में प्रकरण दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस जांच में यह झूठा पाया गया। सरपंच का आरोप है कि इस मामले में भगवानाराम ने ग्राम पंचायत को गुमराह करने का कार्य किया। भगवानाराम ने पट्टा में ग्राम पंचायत को वागाराम की कृषि भूमि के खसरा नंबर 54 बताए है। आरोप है कि भगवानराम ने जिस भूमि का पट्टा जारी कर कब्जा लिया है। वह ग्राम पंचायत की भूमि है तथा खसरा नंबर 88 है। आरोप है कि फर्जी और कूटरचित दस्तावेज पेश कर यहां पट्टा जारी करवाया गया और उसके बाद इसे वागाराम को बेचान किया गया। ग्राम पंचायत को अपनी जमीन पर कब्जा होने की जानकारी मिलने पर कार्रवाई की गई और अतिक्रमण को हटाया गया।
ग्राम पंचायत के कब्जे में थी जमीन
अतिक्रमण हटाने के साथ इस जमीन को ग्राम पंचायत ने संरक्षित रख लिया था। आरोप है कि अतिक्रमी वागाराम ने मंगलवार सवेरे जेसीबी चलाकर संरक्षित स्थान से पत्थर को हटा दिया और पंचायत के बोर्ड को तोड़ दिया वहीं नींव की खुदाई करवाने के साथ कार्य शुरू करवा दिया। सरपंच ने एसपी और सीआई जालोर से अतिक्रमण रुकवाने की मांग की।
इनका कहना
यह जमीन ग्राम पंचायत की है और यहां से 22 अगस्त 2019 को अंतिक्रमण हटाने के साथ इसे संरक्षित किया गया था। पुलिस को इत्तला देने के बाद हमारा सहयोग नहीं किया जा रहा है।
– रेखा देवी, सरपंच, मांडवला
पूर्व में यहां से अतिक्रमण हटाया गया था। अतिक्रमण किया गया है तो नियम विरुद्ध है। प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
बाघसिंह, सीआई, जालोर