जालोर

माइनर पर घटिया निर्माण को लेकर विरोध

किसानों ने नर्मदा अधिकारियों पर लगाया आरोप, निर्माण कार्य के दौरान वे मौके पर नहीं रहते

जालोरJan 14, 2018 / 11:05 am

Sharvan Kumar Vishnoi

Poor construction on Narmada miner

हाड़ेचा. बालेरा वितरिका से अलग होने वाली हाड़ेचा सहित दर्जन भर माइनरों पर इन दिनों चल रहे मरम्मत कार्य में घटिया निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने रोष जताते हुए मापदण्ड के अनुसार कार्य करने की मांग की है। किसानों ने नर्मदा अधिकारियों पर आरोप लगाया कि निर्माण कार्य के दौरान वे मौके पर नहीं रहते हैं। वहीं घटिया निर्माण की शिकायत के बावजू उनकी ओर से मौका मुआयना कर समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। किसानों ने बताया कि हाड़ेचा माइनर पर किसानों को हमेशा पानी की समस्या झेलनी पड़ती है। पूर्व में भी घटिया निर्माण के चलते माइनर कई बार टूटकर बिखर गई थी। जिसके चलते टेल तक पानी नहीं पहुंचता था। ऐसे में सीजन के दौरान सांचौर एसडीएम कार्यालय के सामने कई बार धरना देकर पानी की मांग की गई। वहीं इस साल अतिवृष्टि से टूटी माइनर के मरम्मत कार्य में ठेकेदार की ओर से घटिया सामग्री के उपयोग के साथ कई जगह कार्य बीच में छोड़ दिया गया है। जिससे जलापूर्ति के दौरान माइनर के फिर से टूटने की संभावना रहेगी। इस बारे में कई बार नर्मदा के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाने पर भी अनसुना किया जा रहा है।
नहीं की जा रही तराई
हाड़ेचा माइनर टूटने के बाद ठेकेदार की ओर से मरम्मत कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं मरम्मत के बाद तराई नहीं करने से इसकी मजबूती भी नहीं रहेगी। जिससे माइनर में पानी की आवक के साथ ही टूटने की संभावना रहेगी।
नहीं हुई सफाई
हाड़ेचा माइनर के दोनों ओर नर्मदा की जमीन की सफाई का टेंडर भी साथ में किया गया है, लेकिन माइनर की सफाई तक नहीं करवाई जा रही है। माइनर में आधे से कम क्षेत्र में झाड़ी की सफाई कर नर्मदा अधिकारियों को बिल थमाकर पूर्ण भुगतान उठा लिया जाता है। किसानों ने बताया कि माइनर की मरम्मत के साथ रेत निकालने, डिग्गियों व झाड़ी की सफाई सहित रास्ते साफ करने का भी ठेका दिया गया है, लेकिन ठेकेदार लीपापोती कर रहा है। इसके बावजूद नर्मदा अधिकारी उचित कदम नहीं उठा रहे हैं।
इनका कहना है…
हाड़ेचा माइनर की सफाई के साथ मरम्मत कार्य में भी घटीया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। ठेकेदार की ओर से रेत निकालने के साथ ही झाड़ी सफाई में भी अनियमितता बरती जा रही है। इसके अलावा मरम्मत के बाद पानी से तराई नहीं करने के कारण माइनर मजबूत नहीं रहेगी और कम समय में ही टूट जाएगी। इस बारे में अधिकारियों को अवगत करवाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
-भागीरथराम बांगड़वा, उपाध्यक्ष, किसान यूनियन, बालेरा वितरिका
ग्रामीणों ने इस बारे में जानकारी दी है। जिस पर एईएन को पूर्व में मौके पर भेजा जा चुका है। इसके बावजूद अनियमितता बरती जा रही है तो आज ही मैं मौके पर जाकर ठेकेदार को पाबंद करूंगा।
– महेश मीणा, एईएन, नर्मदा परियोजना, सांचौर
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