नारणावास. निकटवर्ती आकोली गांव में चौहान परिवार की ओर से आयोजित प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।शुभ मुहूत्र्त में आशापुरा माता व हनुमान की मूर्तियां को नवनिर्मित मन्दिर में धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ विराजमान किया गया। इस दौरान आशापुरा माता व रामभक्त हनुमान के जयकारे लगाए गए, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं ने प्रसादी चढ़ाकर खुशहाल जीवन की कामना की। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान फूल मालाओं से दोनों मन्दिरों की विशेष सजावट की गई। महोत्सव में विधायक छगनसिंह राजपुरोहित, प्रदीपसिंह सियाणा, गंगासिंह रामसीन, वागसिंह पुनककला, रूपसिंह नारणावास, हनवंतसिंह देवड़ा,त्रिभुवन सिंह, खंगारसिंह, पर्बतसिंह, बजरंगसिंह, गंगासिंह, डूंगरसिंह, ईश्वरसिंह, दिलीपसिंह, कालूसिंह, देवीसिंह, हरीसिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।
साधु-संतों का समागम
प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान जिलेभर के साधु संतों का समागम हुआ। सिरे मन्दिर जालोर मठ के महंत गंगानाथ, लेटा एवं भैसवाडा मठ के महंत रणछोड़ भारती, जागनाथ मठ नारणावास के महंत महेंद्र भारती, सुरेश्वर महादेव मठ पांडगरा के महंत प्रबत गिरी, गोल मठ के महंत आशा भारती, मलकेश्वर मठ जालोर के महंत सेवा भारती, धनानी मठ के महंत भोला भारती, माण्डवला मठ के महंत लाल भारती, रणछोड़ पुरी सांथू, नून मठ के महंत रामपुरी, शिवगिरि लूर, अकरम बाबा जालोर, छोटुपुरी सांथू, विष्णु स्वरूप गायत्री आश्रम सांथू आदि साधु संतों ने शिरकत की।
सच्चाई के मार्ग पर चलना चाहिए
धर्म सभा में महंत गंगानाथ ने कहा कि हम सब खाली हाथ संसार आए थे ओर खाली हाथ ही इस संसार सेजाना है इसलिए हमें लोभ लालच नहीं करना चाहिए। साधु संतों के बताए सच्चाई के मार्ग पर चलने से ही जीवन सफल हो सकता है। महंत रणछोड़ भारती ने कहा कि हमें जनहित के कार्य करने चाहिए। महंत पर्बतगिरी ने कहा कि ग्रामीणों को भक्ति का मार्ग अपनाना चाहिए। भक्ति से ही जीवन में सफलता मिलती है। महंत महेंद्र भारती, आशा भारती आदि ने भी विचार व्यक्त किए।