12 कक्षों का करवाया निर्माण
प्रधानाचार्य बाबुलाल सुथार ने बताया कि भामाशाह ने करीब 1 करोड़ 4 लाख की लागत से 12 कक्षों, शौचालय, चारदिवारी व गेट का निर्माण करवाया। जिसमें विद्यार्थियों के लिए 20 गुणा 25 के बड़े कक्षा कक्षा, एक 18 गुणा 20 का प्रधानाचार्य कक्ष व एक 18 गुणा 20 का कार्यालय कक्ष बनाया।
जीवनसंगीनी ने दी शिक्षा के लिए खर्च की सलाह भामाशाह पहाड़सिंह चौहान को शिक्षा के लिए धन खर्च करने की सलाह उनकी पत्नी सुगन कंवर ने दी। गांव के सेवानिवृत्त आरआई किशनाराम ने बताया कि डेढ़ साल पूर्व जीवनसंगिनी सुगन कंवर ने बच्चों के लिए धन खर्च करने की इच्छा जताई। इसके कुछ दिनों बाद ही उनका देहवासन हो गया। जिसके बाद भामाशाह चौहान ने बच्चों के लिए विद्यालय भवन का निर्माण करवाया।