– मरीजों की नही होती है वक्त पर सरकारी अस्पताल में निशुल्क जांच
बागोड़ा. कस्बे के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंच रहे मरीजों को बदसलूकी का शिकार होना पड़ रहा है। यहां डाक्टर के अलावा अन्य कार्मिक न समय पर मरीजों का इलाज करते है और ना ही जांच। एक पीडि़त ने चिकित्सालय के दो कर्मचारियों पर धक्का देकर गिराने व खून की जांच यहा नहीं कर बाहरी अस्पताल में करवाने के लिए परेशान करने का आरोप लगाते जिला कलक्टर जालोर से जांच की गुहार लगाई है। कस्बे के जैसावास सड़क मार्ग पर स्थित आदर्श राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों का समय पर डाक्टर और अन्य कार्मिक इलाज नहीं कर रहे है। बागोड़ा निवासी नगाराम पुत्र करमी देवासी ने आरोप लगाया है कि शनिवार को वह, उसका पुत्र जगदीश (10) तथा पुत्री संगीता (19) साढ़े 7 बजे प्रात सरकारी अस्पताल पहुंचे। जहां डा. कैलाश बारोलिया ने जांच कर पर्ची पर दवाइयां लिखकर दी। दवा काउंटर पर बैठे आसुराम को वायरल बुखार की दवाई की पर्ची थमाने पर दवाएं तो दी, लेकिन ओआरएस पुडिया नहीं दी, जिस पर नगाराम ने पुन: डाक्टर के पास पहुंच समस्या बताई। जिसके बाद कार्मिक ने ओआरएस की छह की जगह दो थमा कर चलता किया। बुखार से पीडि़त नगाराम ने जब कर्मचारी आसुराम विश्नोई द्वारा ग्लूकोज पैकेट पूरे नहीं देने की डाक्टर से शिकायत की तो वह आक्रोशित हो गया। इस दौरान मेलनर्स नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने दवा काउंटर से ओर पैकेट लाकर मरीज को थमा दिए। मरीज नगाराम देवासी ने आरोप लगाया है कि वो दवाई लेकर रवाना हुआ था कि नाराज एमएन आसुराम ने उसे धक्का दिया, जिससे वो ओर उसका पुत्र जगदीश गिर पड़े। उससे पूर्व पीडि़त ने लैब टेक्नीशियन श्रवण कुमार से खून की जांच करवानी चाही, लेकिन लैब पर ताला लगा होने से तीनों मरीजों को करीब ढाई घंटे इंतजार करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि गत दिनों विधिक सेवा जज ने इस अस्पताल का निरीक्षण किया था तो कई अनियमितताएं सामने आई थी।
इनका कहना
अस्पताल कार्मिक द्वारा बदसलूकी करना गलत है, मैंने लैब टेक्नीशियन से इस बारे में बात की है। पीडि़त पक्ष शिकायत पेश करेगा तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. कैलाश बारोलिया, बागोड़ा