सुंधा के दरबार में ये हुए कार्यक्रम
सुंधामाता/कागमाला (भीनमाल)
सुंधामाता तीर्थ पर शारदीय नवरात्र के तहत चामुंडा माताजी ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय भजन संध्या कार्यक्रम में शनिवार रात को भजन संध्या में कलाकारों ने शानदार भजन व कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। भजन संध्या का शुभारंभ गायिका निता ने गणपति वंदना से की। इसके बाद उन्होंने खोडे खेले खेतळो…, माताजी ऊंचा भाखर में थ्हारो देवरो … देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अलसुबह तक चली भजन संध्या में मनोज रिया एण्ड पार्टी ने तिरुपति बालाजी की झांकी, महाकालेश्वर की भस्म आरती, महाकाली का स्वरूप, मयुर नृत्य, कृष्ण भगवान की झांकी, बाला हनुमान की झांकी के जीवंत कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में शमां बांध दिया। चांदनी रात में भजन संध्या में अलसवेरे तक हजारों की सं[या में श्रद्धालुओं ने भक्तिरस का आनन्द उठाया। कार्यक्रम का संचालन मीठालाल ने किया। इस मौके ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष दौलतसिंह दोरड़ा, व्यवस्थापक रघुवीरसिंह, मंत्री ताराचंद जोशी, सोनमल सोनी, जितेन्द्रसिंह, स्वरूपसिंह, दिलीपसिंह पंचेरी, प्रतापसिंह कागमाला व दिनेश महाराज कारलू सहित हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
सुंधामाता/कागमाला (भीनमाल)
सुंधामाता तीर्थ पर शारदीय नवरात्र के तहत चामुंडा माताजी ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय भजन संध्या कार्यक्रम में शनिवार रात को भजन संध्या में कलाकारों ने शानदार भजन व कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। भजन संध्या का शुभारंभ गायिका निता ने गणपति वंदना से की। इसके बाद उन्होंने खोडे खेले खेतळो…, माताजी ऊंचा भाखर में थ्हारो देवरो … देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अलसुबह तक चली भजन संध्या में मनोज रिया एण्ड पार्टी ने तिरुपति बालाजी की झांकी, महाकालेश्वर की भस्म आरती, महाकाली का स्वरूप, मयुर नृत्य, कृष्ण भगवान की झांकी, बाला हनुमान की झांकी के जीवंत कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में शमां बांध दिया। चांदनी रात में भजन संध्या में अलसवेरे तक हजारों की सं[या में श्रद्धालुओं ने भक्तिरस का आनन्द उठाया। कार्यक्रम का संचालन मीठालाल ने किया। इस मौके ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष दौलतसिंह दोरड़ा, व्यवस्थापक रघुवीरसिंह, मंत्री ताराचंद जोशी, सोनमल सोनी, जितेन्द्रसिंह, स्वरूपसिंह, दिलीपसिंह पंचेरी, प्रतापसिंह कागमाला व दिनेश महाराज कारलू सहित हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।