प्रशासन की गाइडलाइन व्यापारियों के लिए बनी समस्या
जालोरPublished: Apr 01, 2020 11:33:11 am
www.patrika.com/rajasthan-news
जालोर/उम्मेदाबाद. कस्बे सहित आसपास के गांवों में लॉक डाउन की वजह से खाद्य पदार्थों की वाजिब रेट पर बिक्री करना व्यापारियों के लिए इधर कुआं-उधर खाई वाली स्थिति बनी हुई है। एक ओर प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से लॉकडाउन में व्यापारियों को खाद्य पदार्थों की बिक्री को लेकर निर्धारित से अधिक रेट नहीं लेने की सख्त हिदायत दी जा रही है, जबकि कस्बे सहित आसपास के गांवों में इन दिनों सुमेरपुर व जोधपुर मंडी से आने वाली सप्लाई भी बंद हो चुकी है। सुमेरपुर मंडी के व्यापारी भी लॉकडाउन से उत्पन्न हुई स्थिति का फायदा उठाते हुए निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य वसूल रहे हैं। वहीं बीड़ी- सिगरेट व पान मसाला एजेंसी धारक खुद निर्धारित मूल्य से दोगुने दामों पर माल बेच रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि जोधपुर मंडी में खाद्य पदार्थ के भाव सुमेरपुर मंडी से कम है, मगर इन दिनों जोधपुर से माल का ट्रांसपोर्टेशन बंद होने से सुमेरपुर से माल महंगे दामों पर पड़ रहा है।
…तो नहीं होगी दिक्कत
स्थानीय फुटकर व्यवसायियों का कहना है कि फिलहाल जोधपुर मंडी से ट्रांसपोर्टेशन बंद है। ऐसे में यहां से फिर ट्रांसपोर्टेशन शुरू कर दिया जाता है तो फुटकर व खुदरा व्यापारियों को भी निर्धारित मूल्य पर खाद्य पदार्थ बेचने में समस्या नहीं आएगी।
बड़े कारोबारियों पर लगाम जरूरी
व्यवसायियों का कहना है कि प्रशासन की ओर से बड़े कारोबारियों पर लगाम नहीं कसने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिससे आमजन व गरीब तबके के लोग मजबूरी में महंगे दामों पर माल खरीदने को मजबूर हैं। ऐसे में प्रशासन को मंडी व्यवसायियों की कालाबाजारी को रोकने के साथ एजेंसी धारकों को भी पाबंद करने की जरूरत है। जिससे आम उपभोक्ता को निर्धारित मूल्य पर खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके।
नहीं निकला समाधान तो करेंगे बंद
कस्बे सहित आसपास के गांवों के छोटे व्यापारियों का कहना है यदि उन पर ही सख्ती रहेगी तो वे लॉकडाउन का पालन करते हुए अपना कारोबार 14 अप्रैल तक पूर्णतया बंद रखेंगे। ऐसे में छोटे व्यापारियों ने इसके लिए मंडी व्यवसायियों व एजेंसी धारकों को पाबंद करने की मांग की है।