jalore::: http://bit.ly/2Yituv0::: सांचौर के रास्ते बाड़मेर से गुजरात जा रही थी शराब
डोडा-पोस्त तो निकल ही चुके थे
सौभाग्य से ही सही, लेकिन यह राहतजनक रहा कि मादक पदार्थों की बड़ी खेप पकड़ में आ गई। हल्की सी चूक हो जाती तो यह माल कहीं न कहीं खप जाता। कोतवाली क्षेत्र में तो बाइक से टक्कर नहीं होती तो डोडा-पोस्त से भरी कार आसानी से निकल चुकी थी। ऐसे में पुलिस को अपना तंत्र और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है।
डोडा-पोस्त तो निकल ही चुके थे
सौभाग्य से ही सही, लेकिन यह राहतजनक रहा कि मादक पदार्थों की बड़ी खेप पकड़ में आ गई। हल्की सी चूक हो जाती तो यह माल कहीं न कहीं खप जाता। कोतवाली क्षेत्र में तो बाइक से टक्कर नहीं होती तो डोडा-पोस्त से भरी कार आसानी से निकल चुकी थी। ऐसे में पुलिस को अपना तंत्र और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है।
… तो शहर में ही धरे जाते तस्कर
कोतवाली पुलिस को इस तरह का वाहन आने की सूचना मिली और मुख्य मार्ग पर नाकाबंदी करवाई, लेकिन अन्य रास्तों पर ऐसे कोई प्रबंध नहीं किए कि तस्करों को रोका जा सके। यहीं कारण रहा कि तस्कर नाकाबंदी को धत्ता बताते हुए फुर्र हो गए। बताया जा रहा है कि नाकाबंदी करने से पहले ही तस्कर निकल चुके थे, लेकिन शहर में पुख्ता प्रबंध होते तो तस्कर चकमा देने में कामयाब नहीं हो पाते।
मोबाइल से मिला लोकेशन तब पकड़ा
सांचौर में मंगलवार रात पुलिस रूटीन गश्त पर थी। संदेह के आधार पर एक कार को रूकवाया गया। कार सवार युवक पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। उनके मोबाइल में पीछे आ रही किसी गाड़ी का लोकेशन दिखाई दे रहा था। इस पर पुलिस ने उस लोकेशन के आधार पर गांधव से सांचौर की ओर नेशनल हाइवे पर आ रहे ट्रोलर को रूकवाया और तलाशी ली। इसमें घास के बंडल भरे हुए थे और नीचे शराब के कर्टन। ऐसे में पुलिस के मुखबिर तंत्र की मजबूती के दावे की पोल खुल रही है।
नाकाबंदी करवाई थी…
सूचना मिलने पर नाकाबंदी करवाई थी, लेकिन डोडा-पोस्त से भरी कार पहले ही निकल चुकी थी। बाद में शहर से बाहर नदी के समीप बाइक से एक कार के टकराने की सूचना मिली। इस पर टीम पहुंची और कार समेत माल जब्त कर लिया।
– बाघसिंह, कोतवाल, जालोर