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तामझाम लेकर मुख्य मार्ग पर इंतजार करती रही पुलिस और फुर्र हो गए तस्कर

locationजालोरPublished: Jul 25, 2019 01:13:33 pm

Submitted by:

Jitesh kumar Rawal

www.patrika.com/rajasthan.news

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तामझाम लेकर मुख्य मार्ग पर इंतजार करती रही पुलिस और फुर्र हो गए तस्कर

हादसे के बाद कार छोड़कर भागे तस्कर तब मिला माल, संदेह के आधार पर रुकवाई कार, फिर धरा गया ट्रोलर


जीतेश रावल @ जालोर. मादक पदार्थों से भरे दो वाहन पकडऩे के बाद पुलिस भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन ये दोनों ही मामले पुलिस के हाथ सौभाग्य से लगे हैं। यह अच्छी बात रही कि समय रहते दोनों वाहन पकड़ में आ गए, अन्यथा मादक पदार्थ कही न कहीं खप जाते। डोडा-पोस्त के बारे में तो पुलिस को मुखबिर तंत्र से सूचना भी मिली, लेकिन नाकाबंदी करने में ही इतनी देर लगा दी कि तस्कर वाहन के साथ आगे निकल गए। पुलिस अपना तामझाम लेकर मुख्य मार्ग पर उनका इंतजार करती रही और तस्कर फुर्र हो गए। शहर से बाहर निकलते ही तस्करों की कार बाइक से टकरा गई। हादसे के बाद कार छोड़कर तस्कर फरार हो गए। हादसे की सूचना मिलने पर कोतवाली से जाब्ता मौके पर पहुंचा और कार की तलाशी ली तो पता चला कि जिस वाहन का इंतजार वे लोग नाकाबंदी में कर रहे थे यह वहीं था। बाद में वाहन समेत माल जब्त कर लिया गया। सांचौर में शराब से भरा ट्रोलर पकडऩे के मामले में भी कुछ इसी तरह का सौभाग्य काम आया। नाकाबंदी के दौरान कार सवार युवकों पर संदेह हुआ। उनका मोबाइल देखने पर पीछे कुछ दूरी से आ रहे एक ट्रोलर की लोकेशन की जानकारी हुई। ऐसे में इन दोनों को वाहनों को धर लिया गया। तलाशी में पता लगा कि ट्रोलर में शराब भरी हुई है और कार सवार इसकी एस्कॉर्टिंग कर रहा था।
jalore::: http://bit.ly/2Yituv0::: सांचौर के रास्ते बाड़मेर से गुजरात जा रही थी शराब


डोडा-पोस्त तो निकल ही चुके थे
सौभाग्य से ही सही, लेकिन यह राहतजनक रहा कि मादक पदार्थों की बड़ी खेप पकड़ में आ गई। हल्की सी चूक हो जाती तो यह माल कहीं न कहीं खप जाता। कोतवाली क्षेत्र में तो बाइक से टक्कर नहीं होती तो डोडा-पोस्त से भरी कार आसानी से निकल चुकी थी। ऐसे में पुलिस को अपना तंत्र और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है।

… तो शहर में ही धरे जाते तस्कर
कोतवाली पुलिस को इस तरह का वाहन आने की सूचना मिली और मुख्य मार्ग पर नाकाबंदी करवाई, लेकिन अन्य रास्तों पर ऐसे कोई प्रबंध नहीं किए कि तस्करों को रोका जा सके। यहीं कारण रहा कि तस्कर नाकाबंदी को धत्ता बताते हुए फुर्र हो गए। बताया जा रहा है कि नाकाबंदी करने से पहले ही तस्कर निकल चुके थे, लेकिन शहर में पुख्ता प्रबंध होते तो तस्कर चकमा देने में कामयाब नहीं हो पाते।

मोबाइल से मिला लोकेशन तब पकड़ा
सांचौर में मंगलवार रात पुलिस रूटीन गश्त पर थी। संदेह के आधार पर एक कार को रूकवाया गया। कार सवार युवक पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। उनके मोबाइल में पीछे आ रही किसी गाड़ी का लोकेशन दिखाई दे रहा था। इस पर पुलिस ने उस लोकेशन के आधार पर गांधव से सांचौर की ओर नेशनल हाइवे पर आ रहे ट्रोलर को रूकवाया और तलाशी ली। इसमें घास के बंडल भरे हुए थे और नीचे शराब के कर्टन। ऐसे में पुलिस के मुखबिर तंत्र की मजबूती के दावे की पोल खुल रही है।

नाकाबंदी करवाई थी…
सूचना मिलने पर नाकाबंदी करवाई थी, लेकिन डोडा-पोस्त से भरी कार पहले ही निकल चुकी थी। बाद में शहर से बाहर नदी के समीप बाइक से एक कार के टकराने की सूचना मिली। इस पर टीम पहुंची और कार समेत माल जब्त कर लिया।
– बाघसिंह, कोतवाल, जालोर

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