scriptफीडर मेंटेनेंस नहीं होने से फॉल्ट की समस्या बढ़ी | The problem is not the fault of feeder maintenance Enhanced | Patrika News
जालोर

फीडर मेंटेनेंस नहीं होने से फॉल्ट की समस्या बढ़ी

डिस्कॉम के करीब 20 जीएसएस से निकलने वाले दर्जनों फीडर का समय
पर मेंटेनेंस नहीं होने से  उपभोक्ताओं को बार-बार विद्युत फॉल्ट की
समस्या का सामना करना पड़ रहा है

जालोरDec 23, 2015 / 11:42 pm

शंकर शर्मा

Jalore photo

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भीनमाल. डिस्कॉम के करीब 20 जीएसएस से निकलने वाले दर्जनों फीडर का समय पर मेंटेनेंस नहीं होने से उपभोक्ताओं को बार-बार विद्युत फॉल्ट की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दिन में दर्जनों बार विद्युत फॉल्ट से विद्युत आपूर्ति बाधित रहती है।

क्षेत्रमें सर्दी के मौसम में इन दिनोंं रबी फसलों की सिंचाई चल रही हैं। फीडर के तार ढीले होने से ग्रामीण क्षेत्रों में बार-बार तार टूटने की शिकायत होने पर विद्युत आपूर्ति बंद करनी पड़ती है। जिससे किसानों को रबी की फसलों में सिंचाई करने में परेशानी आती है। बार-बार विद्युत आपूर्ति बंद होने से किसानों के कृषि कुओं की मोटरे भी जल रही है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

बार-बार विद्युत कटौती से किसानों के कृषि कुएं से मोटर स्टार्ट कर खेत में पहुंचने से पहले ही दुबारा विद्युत आपूर्ति बंद हो जाती है। जिससे किसान खेत व कुएं के बीच चक्कर काटता रहता है। हैरानी की बात तो यह है कि इतना कुछ होने के बावजूद भी डिस्कॉम के जिम्मेदार अधिकारी उदासीन बने हुए है।

किसानों की गंभीर समस्या की ओर डिस्कॉम के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। डिस्कॉम अधिकारियों का कहना है कि मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है। डिस्कॉम की उदासीनता से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में ढीले विद्युत तार जमीन से कुछ ऊंचाई पर ही झूल रहे है। यह कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। इसके अलावा कई जगह क्षतिग्रस्त विद्युत पोल के सहारे विद्युत तार चल रहे है। ऐसे में बदहाल विद्युत तंत्र के चलते लोगों को हर हादसे की आशंका सताती है। हालांकि डिस्कॉम की ओर से सात माह से क्षेत्र में फीडर मेंटेनेंस कार्य भी चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को ढीले विद्युत तारों से निजात नहीं मिल रही है। ढीले विद्युत तारों से कई बार हादसे भी हो चुके है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को भी निर्बाध रूप से बिजली नहीं मिल पाती है।

झूल रहे विद्युत तार
कृषि उपभोक्ताओं को विद्युत लाइनों में फॉल्ट की समस्या से जूझना पड़ रहा है। विद्युत पोल के बीच में अधिक दूरी होने से विद्युत तार 10-11 फीट की ऊंचार्ई पर ही झूल रहे है। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में फीडर मेंटेनेस का कार्य चल रहा है। जुंजाणी, दासपां व कावतरा में फीडर मेंंटेनेस का कार्य चल रहा है। फीडर मेंटेनेंस पर क्षेत्र में 6 00 विद्युत पोल लगाए गए है। जनप्रतिनिधियोंं व लोगों ने कई बार डिस्कॉम के अधिकारियों को विद्युत तार खींचने की मांग की, लेकिन इसके बाद भी विद्युत तार नहीं खींचे जा रहे है।

सोलह फीट ऊंचे होने चाहिए विद्युत तार
डिस्कॉम के नियमानुसार विद्युत तार जमीन तल से 18 फीट ऊंचे होने चाहिए, लेकिन अधिकांश स्थानों पर 11 केवी विद्युत लाइनों के तार 11-12 फीट की ऊंचाई से गुजर रहे है। ऐसे में विद्युत तारों से लोगों को हादसे की आशंका सताती है। खेतों में झूलते विद्युत तार से किसान खेतों में काम भी नहीं कर पाते है। खासकर फव्वारा का पाइप बदलने समय हादसे की आशंका रहती है। इसके अलावा फव्वारा शुरू होने पर पानी तारों के छूने से हादसे की आशंका रहती है।

कभी ठेकेदार, तो कभी उपकरणों का टोटा
डिस्कॉम ने फीडर मेंटेनेंस का कार्य तो शुरू कर दिया है, लेकिन ठेकेदार काम को बीच में अधूरा ही छोड़ रहे है। काम को पूरा नहीं कर रहे है। दूसरी ओर डिस्कॉम के पास फीडर मेंटेनेंस के लिए उपरकणों का भी टोटा बना हुआ है। उपकरणों का टोटा होने से फीडर मेंटेनेंस के कार्य पर विपरित असर पड़ रहा है। इसके अलावा ठेकेदार के श्रमिक भी कई बार गायब हो जाते है। वे कई बार कार्य अधूरा छोड़ देते है। कई जगह विद्युत पोल डालने के बाद उन्हें खड़ा भी नहीं किया गया है। डिस्कॉम के अधिकारी बार-बार एक ही रटा-रटाया जवाब देते है कि मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है। जबकि डिस्कॉम में मेंटेनेंस कार्य के लिए कभी ठेकेदार गायब रहते हैै, तो कभी विद्युत पोल व अन्य उपकरण उपलब्ध नहीं होते है।

कार्य चल रहा है
क्षेत्र में फीडर मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है। मेंटेनेंस के तहत क्षेत्र में 6 00 विद्युत पोल बदले गए है। अभी भी कार्य चल रहा है। अभी दासपां, कावतरा व जुंजाणी में ठेकेदार कार्य कर रहे है। जहां-जहां विद्युत तार खींचने है व पोल बदलने है। वहां शीघ्र ही पोल बदल दिए जाएंगे। -भवानीसिंह चारण, सहायक अभियंता, डिस्कॉम-भीनमाल
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