scriptपुलिस ने परिवार को रखा अंतिम संस्कार से वंचित, रुपए एकत्रित कर कफन खरीदकर पहुंचा था भाई । पढ़े पूरी खबर… | The relatives went to collect the dead body, the police had done the l | Patrika News

पुलिस ने परिवार को रखा अंतिम संस्कार से वंचित, रुपए एकत्रित कर कफन खरीदकर पहुंचा था भाई । पढ़े पूरी खबर…

locationजालोरPublished: Jun 27, 2022 12:16:14 am

Submitted by:

Rajkamal Ranjan

परिजन लेने गए शव, पुलिस कर चुकी थी अंतिम संस्कार

पुलिस ने परिवार को रखा अंतिम संस्कार से वंचित, रुपए एकत्रित कर कफन खरीदकर पहुंचा था भाई । पढ़े पूरी खबर...

पुलिस ने परिवार को रखा अंतिम संस्कार से वंचित, रुपए एकत्रित कर कफन खरीदकर पहुंचा था भाई । पढ़े पूरी खबर…

जालोर । जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में रविवार शाम अजीब स्थिति हो गई। अपना घर आश्रम के एक व्यक्ति की जगह बासनी के एक श्रमिक के शव का हिन्दू सेवा मण्डल से अंतिम संस्कार करवा दिया गया। बासनी थाना पुलिस की सूचना पर श्रमिक का बड़ा भाई कफन लेकर शव लेने मोर्चरी पहुंचा तो किसी अन्य का शव देख ठिठक गया। शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है तो जिला कलक्टर व अस्पताल प्रशासन ने अलग-अलग जांच कमेटी गठित की।थानाधिकारी जोगेन्द्रसिंह ने बताया कि जालोर जिले में भंवरानी निवासी भैराराम पुत्र मंगलाराम सरगरा यहां बासनी में मजदूरी करता था। गत 20 जून को बीमार व घायल हो गया था। एम्बुलेंस से उसे एमडीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गत 23 जून को उसकी मृत्यु हो गई थी। तब तक उसके परिजन का पता नहीं लग सका था। 24 जून को शिनाख्त होने पर बासनी थाना पुलिस ने मृतक के भाई भूराराम को फोन कर भैराराम की मौत की जानकारी दी थी। भाई व अन्य परिजन रविवार को बासनी थाने पहुंचे और फोटो के आधार पर शव की शिनाख्त भैराराम सरगरा के रूप में की। पुलिस के साथ परिजन मोर्चरी पहुंचेे। पुलिस ने शव सुपुर्दगी की कार्रवाई कर दी। परिजन शव लेने अंदर पहुंचे तो वहां एक ही शव था। जो भैराराम का नहीं था। उसकी जगह किसी अन्य का शव रखा हुआ था। इसका पता लगने पर अस्पताल प्रशासन में हडक़म्प मच गया। चिकित्सक, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मोर्चरी पहुंचे व भाई से समझाइश की। मृतक के भाई भूराराम ने अज्ञात कर्मचारी के खिलाफ शव गायब करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज कराया है।
दो ही शव रखे थे मोर्चरी में
जवाहर कॉलोनी निवासी राजेश नायक की एमडीएम अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। गुजरात से परिजन मोर्चरी आए थे और राजेश के शव की शिनाख्त की थी, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते अंतिम संस्कार करने में असमर्थता जताई थी। फिर अंतिम संस्कार के लिए शव हिन्दू सेवा मण्डल को सौंप दिया गया था। पुलिस को अंदेशा है कि मोर्चरी में काम करने वाले कर्मचारी ने गफलत में राजेश की जगह भैराराम के शव का पोस्टमार्टम करा हिन्दू सेवा मण्डल को सौंप दिया होगा।
आज रिपोर्ट सौंपेगी जांच कमेटी
अस्पताल अधीक्षक डॉ राजपुरोहित ने सर्जरी विभाग के डॉ गणपत चौधरी, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ बिनाका गांधी और उपाधीक्षक डॉ पीके खत्री की जांच कमेटी बनाई है। जो सोमवार दोपहर 12 बजे तक रिपोर्ट सौपेगी।
जिला प्रशासन ने बनाई जांच कमेटी

उधर, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर एसडीएम सुरेन्द्रङ्क्षसह राजपुरोहित, सहायक पुलिस आयुक्त मानाराम गर्ग व अस्पताल के अधीक्षक की जांच कमेटी बनाई है। जो लापरवाही का पता लगाकर रिपोर्ट सौंपेगी।
भाई पहुंचा तो नहींं मिला शव : बासनी थानाधिकारी पाना चौधरी ने बताया कि भूराराम ने फोटो से भाई भैराराम के शव की शिनाख्त की थी। उसने अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद का आग्रह किया था। पुलिस व आस-पास के लोगों ने मदद कर कफन व अन्य सामान की व्यवस्था कराई थी। जिसे लेकर भाई मोर्चरी पहुंचा था, लेकिन वहां शव ही नहीं मिला।
इनका कहना है…
शनिवार कोई परिजन आए थे, शिनाख्त में गलत शव पहचान लिया। उनके असमर्थता जताने पर हिन्दू सेवा मंडल से शव का दाह संस्कार करवा लिया। रविवार को आए परिजन ने कहा कि यह हमारा शव नहीं है। इस मामले में जांच होगी।अस्पताल स्तर पर जांच कमेटी बनाई गई है। – डॉ विकास राजपुरोहित, अधीक्षक, एमडीएम अस्पताल
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