दो ही शव रखे थे मोर्चरी में
जवाहर कॉलोनी निवासी राजेश नायक की एमडीएम अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। गुजरात से परिजन मोर्चरी आए थे और राजेश के शव की शिनाख्त की थी, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते अंतिम संस्कार करने में असमर्थता जताई थी। फिर अंतिम संस्कार के लिए शव हिन्दू सेवा मण्डल को सौंप दिया गया था। पुलिस को अंदेशा है कि मोर्चरी में काम करने वाले कर्मचारी ने गफलत में राजेश की जगह भैराराम के शव का पोस्टमार्टम करा हिन्दू सेवा मण्डल को सौंप दिया होगा।
जवाहर कॉलोनी निवासी राजेश नायक की एमडीएम अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। गुजरात से परिजन मोर्चरी आए थे और राजेश के शव की शिनाख्त की थी, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते अंतिम संस्कार करने में असमर्थता जताई थी। फिर अंतिम संस्कार के लिए शव हिन्दू सेवा मण्डल को सौंप दिया गया था। पुलिस को अंदेशा है कि मोर्चरी में काम करने वाले कर्मचारी ने गफलत में राजेश की जगह भैराराम के शव का पोस्टमार्टम करा हिन्दू सेवा मण्डल को सौंप दिया होगा।
आज रिपोर्ट सौंपेगी जांच कमेटी
अस्पताल अधीक्षक डॉ राजपुरोहित ने सर्जरी विभाग के डॉ गणपत चौधरी, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ बिनाका गांधी और उपाधीक्षक डॉ पीके खत्री की जांच कमेटी बनाई है। जो सोमवार दोपहर 12 बजे तक रिपोर्ट सौपेगी।
अस्पताल अधीक्षक डॉ राजपुरोहित ने सर्जरी विभाग के डॉ गणपत चौधरी, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ बिनाका गांधी और उपाधीक्षक डॉ पीके खत्री की जांच कमेटी बनाई है। जो सोमवार दोपहर 12 बजे तक रिपोर्ट सौपेगी।
जिला प्रशासन ने बनाई जांच कमेटी उधर, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर एसडीएम सुरेन्द्रङ्क्षसह राजपुरोहित, सहायक पुलिस आयुक्त मानाराम गर्ग व अस्पताल के अधीक्षक की जांच कमेटी बनाई है। जो लापरवाही का पता लगाकर रिपोर्ट सौंपेगी।
भाई पहुंचा तो नहींं मिला शव : बासनी थानाधिकारी पाना चौधरी ने बताया कि भूराराम ने फोटो से भाई भैराराम के शव की शिनाख्त की थी। उसने अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद का आग्रह किया था। पुलिस व आस-पास के लोगों ने मदद कर कफन व अन्य सामान की व्यवस्था कराई थी। जिसे लेकर भाई मोर्चरी पहुंचा था, लेकिन वहां शव ही नहीं मिला।
इनका कहना है…
शनिवार कोई परिजन आए थे, शिनाख्त में गलत शव पहचान लिया। उनके असमर्थता जताने पर हिन्दू सेवा मंडल से शव का दाह संस्कार करवा लिया। रविवार को आए परिजन ने कहा कि यह हमारा शव नहीं है। इस मामले में जांच होगी।अस्पताल स्तर पर जांच कमेटी बनाई गई है। – डॉ विकास राजपुरोहित, अधीक्षक, एमडीएम अस्पताल
भाई पहुंचा तो नहींं मिला शव : बासनी थानाधिकारी पाना चौधरी ने बताया कि भूराराम ने फोटो से भाई भैराराम के शव की शिनाख्त की थी। उसने अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद का आग्रह किया था। पुलिस व आस-पास के लोगों ने मदद कर कफन व अन्य सामान की व्यवस्था कराई थी। जिसे लेकर भाई मोर्चरी पहुंचा था, लेकिन वहां शव ही नहीं मिला।
इनका कहना है…
शनिवार कोई परिजन आए थे, शिनाख्त में गलत शव पहचान लिया। उनके असमर्थता जताने पर हिन्दू सेवा मंडल से शव का दाह संस्कार करवा लिया। रविवार को आए परिजन ने कहा कि यह हमारा शव नहीं है। इस मामले में जांच होगी।अस्पताल स्तर पर जांच कमेटी बनाई गई है। – डॉ विकास राजपुरोहित, अधीक्षक, एमडीएम अस्पताल