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रोडवेज की हड़ताल से थमी रफ्तार, यात्री करते रहे इंतजार, बसें खड़ी रही डिपो में

locationजालोरPublished: Sep 18, 2018 10:25:41 am

Submitted by:

Khushal Singh Bati

जालोर. संयुक्त मोर्चा (एटक, इंटक, सीटू) द्वारा घोषित हड़ताल के चलते सोमवार को रोडवेज के पहिए थम गए।

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जालोर. संयुक्त मोर्चा (एटक, इंटक, सीटू) द्वारा घोषित हड़ताल के चलते सोमवार को रोडवेज के पहिए थम गए।

जालोर. संयुक्त मोर्चा (एटक, इंटक, सीटू) द्वारा घोषित हड़ताल के चलते सोमवार को रोडवेज के पहिए थम गए। हड़ताल से जालोर डिपो से 72 बसों का शैड्यूल पूरी तरह से प्रभावित हुआ और यहां से बसों का संचालन नहीं हो पाया। हालांकि जालोर डिपो की कल्याण, सांचौर-जोधपुर और गुजरात डिपो की बसें जालोर तक पहुंची। इधर, रोडवेज की बसों का संचालन नहीं होने के कारण सोमवार को यात्रियों को खासी परेशानी हुई।
यात्री बसों के लिए इंतजार करते रहे, लेकिन रोडवेज बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों को निजी बसों या वैकल्पिक व्यवस्था से सफर करना पड़ा। इन हालातों में निजी वाहन चालकों की पौ बारह हुई। दूसरी तरफ जोधपुर के यात्रियों की अधिकता के कारण टे्रन में भी भीड़ रही। कर्मचारियों ने डिपो के बाहर ही धरना दिया तथा मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। जिला मुख्यालय पर नया बस स्टैंड व अस्पताल चौराहा स्टंैड पर यात्री बसों का इंतजार करते नजर आए। लेकिन बसें नहीं चलने से यात्रियों को मायूसी हाथ लगी।
डिपो के बाहर दिया धरना
यहां रोडवेज डिपो के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की और मांगों पर हुई समझौता वार्ता पर सकारात्मक निर्णय देने की बात कही। प्रदेशव्यापी हड़ताल के तहतअन्य जिलों में चल रही रोडवेज बसें भी जहां थी वहीं थाम दी गई। कर्मचारियों ने बताया कि श्रमिक संगठन लम्बे अर्से से इन मांगों पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही।
भामसं ने हड़ताल से बनाई दूरी
संयुक्त मोर्चा (एटक, इंटक, सीटू) की ओर से 17 सितंबर को घोषित हड़ताल से भामसं ने दूरी बनाए रखी और हड़ताल में सम्मिलित नहीं हुए। भामसं के कर्मचारियों ने कार्यालय में उपस्थिति दी। रोडवेज स्टाफ में चालक नहीं पहुंचने के कारण भामसं समर्थित स्टाफ पहुंचने के बाद भी बसें न हीं चल पाई। ऐेसे में इन कार्मिकों ने कार्यालय में उपस्थिति दी।
सरकारी कार्यक्रम के तहत उपस्थिति दी
हड़ताल के बीच सरकारी कार्यक्रमों के चलते रोडवेज की एक बस चिकित्सा महकमे को एक बस ड्यूटी के लिए सुपुर्द की। इसके लिए भामसं समर्थित स्टाफ ने उपस्थिति दी। इसके अलावा पुलिस महकमे के लिए 3-3 बसें सुपुर्द की गई। जिसमें तीन चालक और 3 परिचालक ने उपस्थिति दी।
एक बस जोधपुर गई
रोडवेज के चक्काजाम के बीच सोमवार को दिनभर में लगभग सभी बसों का संचालन नहीं हो पाया, लेकिन इस हड़ताल के बीच भी भामसं प्रदेश उपाध्यक्षजयसिंह चंपावत सांचौर से जालोर होते हुए जोधपुर के लिए बस ले गए।
इनका कहना
& संगठनों की ओर से घोषित ***** जाम के चलते रोडवेज की बसों का संचालन नहीं हो पाया। हड़ताल के चलते रोडवेज को 9 से 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
– अवधेश शर्मा, चीफ मैनेजर, जालोर डिपो
रंजिश को लेकर दो पक्ष भिड़े, ५ घायल
पत्रिका न्यू•ा नेटवर्क
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भीनमाल. शहर के जुंजाणी रोड नीलकण्ठ महादेव मंदिर के पास भील बस्ती में रंजिश को लेकर रविवार शाम को दो पक्ष भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच हुए खनी संघर्ष में पांच जने घायल हो गए। सूचना पर 108 एंबुलेंस ईएमटी भूपेन्द्र कुमार व पायलट मौके पर पहुंचे एवं घायलों को शहर के राजकीय चिकित्सालय में भर्ती करवाया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची, पुलिस ने परस्पर मारपीट के मामले दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस निरीक्षक सुरेन्द्रसिंह ने बताया कि नीलकण्ठ महादेव मंदिर रोड निवासी नानजीराम पुत्र सोनाराम भील ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि रविवार शाम को 9 बजे आरोपी मसराराम, भमरा, पारस, पकिया पुत्र देवाराम भील व रमेश, आकाश व विक्रम पुत्र मसरा, कैलाश पुत्र तलका भील निवासी भीनमाल घर में घुसकर वालाराम, खंगाराराम, पिंटिया व सोरम के साथ मारपीट कर चोंटे पहुंचाई। इसी तरह मसराराम पुत्र देवाराम भील ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसका लड़का विक्रम, पुखराज पुत्र देवाराम व केरा पुत्र तलका भील तीनों जने आ रहे थे। रास्ते पिंटिया पुत्र नानजी, शैतान पुत्र आसू, नारायणा पुत्र पता, मुकेश पुत्र कपूरा, नानजी पुत्र सोना, घेवा पुत्र मीठा, शंभुपुत्र सोना, वाला पुत्र कसना, भवा पुत्र पता ने रास्ता रोककर थापा-मुक्को व लाठियों से चोटें पहुंचाई।
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