सांभरलेक (जयपुर). सांभर साल्ट का मुख्यालय
जयपुर से सांभर लाने की मांग वर्षों से की जा रही थी लेकिन अब तो यहां संचालित कार्यालय की ब्रांच को भी जयपुर शिफ्ट की तैयारी कर ली गई है और दो विभागों को जयपुर शिफ्ट भी कर दिया गया है। जिन्होंने जयपुर में सुचारू कार्य शुरू कर दिया है। इससे स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों तथा सांभर साल्ट की यूनियन पदाधिकारियों में गहरा रोष है। जानकारों का कहना है कि विभागों को जयपुर में शिफ्ट कर कंपनी धीरे-धीरे यहां से कार्यालय बंद करना चाहती है। जानकारी अनुसार सांभर साल्ट लि. का संपूर्ण कार्य जिनमें नमक जमाना, बिक्री करना तथा नमक कर्मचारियों का प्रबन्धन करना सहित अन्य कार्य सांभर में संचालित होते हैं, लेकिन वर्षों से अधिकारियों ने अपनी सुविधा के लिए मुख्यालय जयपुर स्थापित कर लिया। जबकि सांभर की जनता व कंपनी की यूनियनों के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि वर्षों से यही मांग कर रहे हैं कि सांभर साल्ट का मुख्यालय सांभर में स्थापित हो, लेकिन यह मांग नक्कार खाने में तूती बनकर रह गई।
मानी जा रही पहली कड़ी अब कम्पनी प्रबन्धन ने सांभर में संचालित वित्त एवं प्रशासनिक व कार्मिक विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को जयपुर शिफ्ट कर दिया। जिससे यहां कोई कार्य नहीं हो रहा। सूत्रों का कहना है कि कम्पनी का उच्च प्रबन्धन सांभर साल्ट लि. के भवनों को एक निजी कम्पनी को किराए पर सौंपने जा रहा है। वर्तमान में जिस भवन में वित्त एवं कार्मिक विभाग के कार्यालय संचालित है वह हैरिटेज भवन है। ऐसे में उसे किराए पर देने की यह प्रक्रिया पहली कड़ी के रूप में देखी जा रही है।
लोगों की बढ़ी परेशानी
दोनों विभाग जयपुर शिफ्ट कर देने से अब यहां के लोगों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी जयपुर चक्कर काटना पड़ेगा। वहीं वित्त विभाग नहीं होने से नकदी भी जमा नहीं हो पाएगी। जिससे व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सांभर में पदस्थापित कर्मचारियों के टीए, मेडिकल व अन्य बिल पास करवाने हो तो कर्मचारियों को अब जयपुर जाना पड़ेगा। इधर, वित्त विभाग जयपुर होने से नमक खरीदने वाले व्यापारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उनको अब सांभर साल्ट के खाते में पैसा जमा करवा कर रसीद जयपुर भेजनी होगी और उसके बाद उनको नमक दिया जाएगा।
वेतन, छुट्टियों के प्रकरण कैसे निपटेंगे
सांभर में जो कर्मचारी कार्यरत हैं जिसमें डेली वेजेज सहित अन्य कर्मचारी हैं उनके वेतन व छुट्टियों व पेंशन के प्रकरण निस्तारण के लिए जयपुर जाना पड़ेगा और अगर एक दिन वहां पर कोई अधिकारी नहीं मिला तो फिर जाना पड़ेगा। सांभर साल्ट की उचित मूल्य की दुकान पर जिस कर्मचारी को लगा रखा था उसे भी जयपुर भेज दिया गया है। इससे दुकान प्रभावित हो रही है जो गरीब श्रमिक इसका लाभ लेते थे, उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
वित्तीय स्थिति खराब लेकिन गाड़ी से आना-जाना
एक ओर तो कम्पनी प्रबन्धन कह रहा है कि वित्तीय स्थिति खराब है, दूसरी ओर वित्त तथा प्रशासनिक व कार्मिक विभाग के अधिकारी प्रतिदिन कम्पनी की गाड़ी से जयपुर जाते हैं और वहां से शाम को गाड़ी में ही आते हैं। इससे कम्पनी पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ रहा है।
स्थानानंतरण के लिखित आदेश नहीं
वित्त तथा प्रशासनिक व कार्मिक विभाग के जो अधिकारी कर्मचारी जयपुर लगाए गए हैं, उनको लिखित में स्थानांतरण को कोई आदेश नहीं दिया गया है। ऐसे में कम्पनी को उन कर्मचारियों को टीए डीए का भी भुगतान करना पड़ सकता है।