असुरक्षित है एम्बुलेंस व उपकरण भी
पार्किंग स्थल में ही ट्रांसफार्मर व इलेक्ट्रीक उपकरण भी लगे हुए हैं। चिकित्सक कक्षों के लिए कूलर इसी स्थल की खिड़कियों में लगते हैं। अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों के वाहन तक सुरक्षित नहीं है। ऐसे में यहां खड़ी रहने वाली सरकारी एम्बुलेंस भी सुरक्षित नहीं मान सकते।
हर समय रहता है चोरी का भय
वाहन मालिकों ने बताया कि परिसर में बाइक खड़ा करने के बाद वे चले जाते हैं। लौटने तक या तो पेट्रोल चोरी हो जाता है या कोई अन्य नुकसान। पार्किंग से बाइक चोरी की घटना भी हो चुकी है, जिससे हर समय बाइक चोरी जाने का भी भय बना रहता है।
चुरा ले गए पेट्रोल व प्लग केबल
बताया जा रहा है कि पार्किंग में खड़े दो-तीन बाइक को दो दिन पहले ही नुकसान पहुंचाया गया है। इन बाइक के प्लग की टोपी को केबल सहित किसी ने उखाड़ लिया। एक बाइक की सीट को किसी ने नुकीले उपकरण से चीर दिया। कुछ बाइक से पेट्रोल भी चुराया गया है।
पुलिस पर डाल रहे जिम्मेदारी
इस सम्बंध में अस्पताल प्रबंधन ने यहीं बताया कि पार्किंग स्थल पुलिस चौकी के सामने है इसलिए पुलिस को निगरानी रखनी चाहिए। उधर, पुलिस का कहना है कि अस्पताल में लॉ एंड आर्डर के लिहाज से पुलिस चौकी स्थापित है। पार्किंग की के लिए अस्पताल को चौकीदार रखना चाहिए।
चौकी सामने ही है…
पार्किंग में वाहनों से पेट्रोल चोरी व तोड़-फोड़ के मामले की जानकारी नहीं है। सामने ही पुलिस चौकी है उनको ध्यान रखना चाहिए। हमारे पास कोई चौकीदार नहीं है।
– डॉ. रमेश चौहान, उप नियंत्रक, जिला अस्पताल, जालोर
व्यवस्था करनी चाहिए…
वाहन पार्किंग में चोरी की घटनाओं को लेकर जानकारी नहीं मिली है। वैसे चौकी में कार्यरत पुलिसकर्मी ध्यान रखते ही है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन को निगरानी के लिए चौकीदार रखने जैसी अपनी व्यवस्था करनी चाहिए।
– बाघसिंह, कोतवाल, जालोर