हवाई पट्टी पर जारी होने वाले पट्टे के मामले में पालिका के एक पार्षद की भूमिका सामने आ रही है, जिनके प्रभाव में उक्त पट्टे जारी करने की जानकारी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है। दूसरी ओर माखुपुरा सरहद में नेशनल हाईवे पर नीलामी की होटल पर फर्जी पट्टे जारी करने के मामले में पालिका के दोषी कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से उनके हौसले बुलंद है।
नगरपालिका द्वारा पट्टा जारी करने को लेकर स्वायत शासन विभाग के नियमों को किस कदर ताक में रखकर पट्टे जारी किए जाते है। उसकी बानगी पालिका द्वारा हवाई पट्टी पर जारी किए गए पट्टे में सामने आई है, जिसमें गोकुलदास पुत्र भतरराम वैष्णव वार्ड नम्बर 05 के नाम से जारी किए गए पट्टे में प्रार्थी स्वयं को पड़ौसी बताते हुए 30 गुणा 3 सौ फिट का पट्टा जारी कर दिया गया।
प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान नेशनल हाईवे माखुपुरा के पास होटल नीलामी की जमीन पर फर्जी पट्टे जारी करने के बाद उन पट्टों को खारिज करना पड़ा था। इस बार भी उसी तरीके से हवाई पट्टी की खाली पड़ी जमीन पर पट्टे जारी किए गए है। जिसमें किशोर कुमार की जगह इस बार उनके पिता गोकुलदास वैष्णव के नाम से पट्टे जारी हुए है।
प्रायोजित तरीके से गिरोह कर रहा काम
शहर में फर्जी पट्टे बनाने को लेकर शहर में ऐसे कई गिरोह सक्रिय है, जो प्रायोजित तरीके से फर्जी पट्टे बनाने का कार्य कर रहे है। जो पालिका की मिलीभगत से खाली पड़ी जमीन को लेकर पालिका में फाइल लगा देते हैं।
प्रशासन शहरों के संग अभियान में हवाई पट्टी के पास खाली पड़े भूखंड पर पालिका द्वारा बिना कोई कब्जे व खाली पड़ी सरकारी जमीन पर पट््टे जारी कर दिए, जिसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इतना ही नहीं उक्त पट्टों का तहसील कार्यालय के पंजीयन शाखा में पंजीयन भी करवा दिया, जिसकी किसी को भनक तक नहीं लगना अपना आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है।
हवाई पट्टी वाली जिस जमीन पर पट्टे का जिक्र हो रहा है, वह जमीन हवाई पट्टी की नहीं है। दूसरे खसरे की जमीन है, जिसकी किस्म बदलाव को लेकर राज्य मंत्री सुुखराम बिश्नोई को प्रस्ताव दे दिया है। सरकार से अनुमति मिलने के बाद किस्म परिवर्तन होने के बाद कोई समस्या नहीं आएगी।
हरिचन्द्र गहलोत, ईओ, नगरपालिका सांचौर